::रेल्वे सुरक्षा आयुक्त के दौरे के बाद नये ट्रैक पर हुआ हादसा::
इन्दौर एक सौ बीस की स्पीड से दौड़ी सीआरएस स्पेशल ट्रेन से हुए एक दर्दनाक हादसे में नये रेल्वे ट्रेक पर सत्रह वर्षीया दो स्कूल छात्राओं की जान चली गई। दोनों कोचिंग से घर जा रही थी साथ में उनके उनकी एक सहेली और थी वह कुछ आगे चल रही थी इसलिए बच गई। रेल्वे के नये ट्रैक पर एक सौ बीस की स्पीड से ट्रेन का यह ट्रायल रन था। घटना लसूडिया थाना क्षेत्र के इन्दौर देवास रेल लाइन के केलोद काकड़ गांव के पास की है। इन्दौर देवास लाइन दोहरीकरण के चलते बरलई से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन तक नया रेलवे ट्रैक बनाया गया है । इस नये बने रेलवे ट्रैक का काम 14 दिसंबर को पूरा हो गया था और कल ही इसका निरीक्षण रेल सुरक्षा आयुक्त ( सीएसआर ) ने किया था और उसके बाद यह हादसा हो गया । जिसमें कोचिंग से घर लौट रही दसवीं क्लास की तीन छात्राओं में से दो की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। लसूड़िया थाना प्रभारी तारेश सोनी के अनुसार इन्दौर देवास लाइन दोहरीकरण योजना के तहत बरलई से लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन तक नया रेलवे ट्रैक बनाया गया है । इस ट्रैक का काम 14 दिसंबर को पूरा होने के बाद इसे ब्लॉक में लिया गया था । इस ट्रेक पर ट्रेन आना जाना बंद होने के कारण इस पर से ग्रामीण गुजरने लगे थे । रेल्वे द्वारा इस नये बने ट्रेक पर गुरुवार को किए जाने वाले ट्रायल रन की जानकारी कई लोगों को नहीं थी । पुलिस के अनुसार मृतका राधिका और बबली के पिता मजदूरी करते हैं । राधिका का एक छोटा भाई है । जबकि बबली तीन बहन व एक भाई है । दोनों रोजाना ही कोचिंग पैदल इसी मार्ग से आती जाती थी । जहां हादसा हुआ उसकी दूरी उनके घर से तकरीबन दो सो मीटर है। पुलिस के अनुसार प्रेसीडेंसी स्कूल केलोद हाला काकड़ की कक्षा दसवीं में पढ़ने वाली तीन बच्चियां बबली, राधिका और साधना सैटेलाइट जंक्शन कॉलोनी स्थित अचीवर कोचिंग क्लास से अपने घर वापस लौट रही थी। रेलवे ट्रैक क्रॉस करते समय इनमें से एक साधना दोनों से आगे थी उसके पीछे बबली और राधिका थी। घटना तकरीबन शाम 6:30 बजे की है इसी दौरान देवास की ओर एक ट्रायल ट्रेन एक सौ बीस की स्पीड से नए ट्रैक पर से निकली थी जिसकी चपेट में आने से बबली पिता पन्नालाल मासरे उम्र 17 साल निवासी केलोद कांकड़ पंचवटी कॉलोनी के पीछे और राधिका पिता दिनेश भास्कर उम्र 17 साल निवासी केलोद कांकड़ पंचवटी कॉलोनी के पीछे की मृत्यु हो गई संभवत दोनों बच्चियों को नए ट्रैक पर ट्रेन की जानकारी नहीं थी जिस कारण यह हादसा हुआ है। सांवेर विधायक और कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक जताया है। उन्होंने शोक व्यक्त करते हुए घटना में मृत छात्राओं के परिजनों को ढांढस बंधाया और कहा कि दुःख की इस घड़ी में मैं स्वयं और राज्य सरकार उनके साथ है। सिलावट ने घटना के संबंध में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को जानकारी दी जिसके बाद अश्विनी वैष्णव ने रतलाम के डीआरएम को तुरंत ही जांच के निर्देश दे दिए हैं।