सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका, घर के बाहर सख्त पहरा

नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल आज कभी भी गिरफ्तार हो सकते हैं। इस तरह की आशंका दिल्ली सरकार के मंत्री और आप नेताओं ने व्यक्त की है। इनका दावा है कि सीएम केजरीवाल के घर ईडी छापा मारेगी और उन्हे गिरफ्तार कर जेल भिजवा देगी। इस तरह के दावे और शंकाओं के बीच दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई और हर एक आने जाने वालों को नजर रखी जा रही है।
आम आदमी पार्टी नेता और दिल्ली की कानून एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, खबर आ रही है कि ईडी कल सुबह अरविंद केजरीवाल के आवास पर छापा मारने जा रही है। गिरफ्तारी की संभावना है। आतिशी की पोस्ट के कुछ मिनट बाद, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने भी एक्स पर पोस्ट किया और ईडी द्वारा केजरीवाल की गिरफ्तारी की अटकलों का दावा किया। भारद्वाज ने अपने पोस्ट में कहा, सुना है कि कल सुबह ईडी मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर पहुंचकर उन्हें गिरफ्तार करने वाली है। बता दें कि ईडी ने कथित दिल्ली शराब घोटाला मामले में पिछले साल 22 दिसंबर को सीएम केजरीवाल को तीसरा समन जारी किया था, जिसमें उन्हें 3 जनवरी को एजेंसी के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। लेकिन उन्होंने नोटिस को अवैधानिक बताते हुए ईडी के सामने पेश नहीं हुए। इससे पहले केंद्रीय एजेंसी ने 2 नवंबर को पेश होने के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने यह आरोप लगाते हुए गवाही नहीं दी कि नोटिस अस्पष्ट, प्रेरित और कानून की दृष्टि से अस्थिर है। उन्होंने आगे आरोप लगाया कि उक्त समन राजनीति से प्रेरित प्रतीत होता है और अनावश्यक विचारों के लिए जारी किया गया है। इस बीच, आम आदमी पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले नोटिस की टाइमिंग पर भी सवाल उठाया।
सीएम केजरीवाल ने ईडी को दिए अपने जवाब में जांच में सहयोग करने की इच्छा जताई लेकिन नोटिस को अवैध बताते हुए तलब की गई तारीख पर उपस्थित होने से इनकार कर दिया। केजरीवाल ने एजेंसी पर यह भी सवाल उठाया कि जब उन्हें समन भेजा गया था तब उन्होंने उनके पहले के जवाबों का जवाब नहीं दिया था और उन्होंने एजेंसी की जांच की प्रकृति पर कुछ सवाल उठाए थे। ईडी को अपने लिखित जवाब में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, एक प्रमुख जांच एजेंसी के रूप में आपके द्वारा अपनाया गया गैर-प्रकटीकरण और गैर-प्रतिक्रिया वाला दृष्टिकोण कानून, समानता या न्याय की कसौटी पर खरा नहीं उतर सकता।आपकी जिद एक ही समय में जज, ज्यूरी और जल्लाद की भूमिका निभाने के समान है जो कानून के शासन द्वारा शासित हमारे देश में स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने कहा, इन परिस्थितियों में मैं आपसे मेरी पिछली प्रतिक्रिया का जवाब देने और स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह करता हूं ताकि मुझे उस कथित पूछताछ/जांच के वास्तविक इरादे, दायरे, प्रकृति, व्यापकता और दायरे को समझने में मदद मिल सके जिसके लिए मुझे बुलाया जा रहा है।