मिलन की रैना और ‘अभिमान’ का अंत

वीरेंद्र बहादुर सिंह  जिस साल अमिताभ बच्चन की पहली सुपरहिट फिल्म ‘जंजीर’ आई (मई 1973), उसके…

 विकास का वास्ता विनाश का रास्ता ?

                                            उत्तराखंड के सीमाँचलीय क़स्बे जोशीमठ में पहाड़ों के धंसने की सूचना मिलने के बाद ख़बर है…

‘वंशवाद की राजनीति’ पर विरोधाभास क्यों

देश में किसी भी राजनैतिक दल का कोई भी नेता वंशवाद या परिवारवाद को लेकर सार्वजनिक…

रोमांचक मैच में भारत की जीत, पाकिस्तान को पांच विकेट से हराया

दुबई । एशिया भारत – पाकिस्तान के हाई वोल्टेज मैच में भारत ने पाकिस्तान को पांच…

सत्ता के हाथ में‘रेवड़ी की पोटली’

“देश के विकास में ‘रेवड़ी कल्चर’ बाधक है,फिर भी 11 लाख करोड़ रुपये उद्योगपतियों का लोन…

श्रीलंका में जल्द होगा ड्रैगन का राज – एडवोकेट तनुज दीक्षित

श्रीलंका राष्ट्र में इस समय जो स्तिथि देख रहें है वह वाकई में चिंताजनक है! तेल,…

बारूद के ढेर पर अगरबत्ती सुलगाती राजनीति

महाराष्ट्र के महामंथन के बाद जो अमृत और जहर निकल कर सामने आये हैं, उसने भारत…

“अबाॅर्शन महिलाओं का निजी फैसला होना चाहिए”

आज की महिलाओं को हर कोई आज़ाद और स्वच्छंद विचरण करने वाली बता रहा है, पर…

गोपी चंद नारंग: उर्दू के एक युग की समाप्ति

जहां प्रोo गोपी चंद नारंग उर्दू भाषा का ताज थे, वहीं उर्दू के लिए भी यह…

लड़कियों को आइटम नहीं ज़िम्मेदारी समझो”

श्रुति का जाॅब इंटरव्यू था मुंबई की एक मल्टीनेशनल कंपनी में तो अपने पापा को बार-बार…