डॉ० शिबन कृष्ण रैणा कश्मीर में रामभक्ति का विकास एक सशक्त संप्रदाय के रूप में नहीं…
Category: साहित्य
(कश्मीरी की क्लासिक कहानी)
घाव अमर मालमोही (रूपान्तर: डा० शिबन कृष्ण रैणा) “और वह घाव के साथ मुंह सटाकर मेरे…
यह धरती स्वर्ग बन गयी होती!
कविता/कहानियों में ‘दम’ होता तो हम सदियों तक गुलाम नहीं रहते। हमारे देश जैसा बहुमूल्य साहित्य…
आरुणि की गुरुभक्ति
अपने गुरु महर्षि धौम्य की आज्ञा पाकर शाम को छतरी और टॉर्च लेकर आरुणि अपने सर्वसुविधायुक्त…
वक्रता की धार में विसंगतियों को मोतियों की तरह चमकाता संग्रह
शांत मन से एकांत में किताबें पढ़ने का सुख अलग ही होता है, लेकिन कुछ पुस्तकें…
शराबी
बहुत समय पहले की बात है रघु नाम का एक शराबी था l दिन रात नशे…
दरवाजा खोलो बाबा”कविता संग्रह अनुभूतियों का महासागर है
“दरवाजा खोलो बाबा ” कविता संग्रह की रचनाकार – सुप्रसिध्द लेखिका ,कवियत्री डॉ.मोनिका शर्मा है l…
चरैवेति, चरैवेति का उदघोष करती ‘समय सुरभि अनंत’
किताबें पढ़ने का सुख अलग ही होता है और उन पलों में बरबस ही हमें मोमिन…
** निर्मला **
खिड़की के ग्रिल के सहारे अपना माथा टिकाए वह खड़ी थी। उसके चेहरे पर आत्मसंतुष्टि और…
अपनों का साथ
मेरे पति प्रशांत ने मुझे सालगिरह की बधाई और उपहार में डायमंड सेट देते हुए कहा…