करतारपुर कोरीडोर मामले में श्रेय लेने से बचें पार्टियां :बादल

सुलतानपुर लोधी ,23नवंबर (वार्ता) पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव पर गुरुद्वारा बेर साहिब में आज माथा टेका।

उन्होंने अरदास करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि करतारपुर साहिब काॅरीडोर के खुलने का श्रेय नानक नाम लेवा संगत को मिलना चाहिए जो पिछले 70 सालों से उन सभी गुरुधामों के खुले दर्शन ,दीदार तथा सेवा संभाल के लिए अरदास करती आ रही है।
श्री बादल ने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने हमेशा संगत की अरदास की ताकत के बारे में बताया है और कल इस ताकत का असर सभी ने आंखों से देख लिया। हर सिख की अरदास को कबूल करने के लिए परमात्मा तथा गुरू साहिबों का धन्यवाद किया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका श्रेय लेने की दौड़ में किसी को भागने की जरूरत नहीं ।इसका सच्चा श्रेय तो परमात्मा तथा गुरु साहिबानों को जाता है जिन्होंने सिख संगत की अरदासों काे पूरा किया है।इस बारे में अंतिम सरकारी तथा रस्मी फैसले सरकार को लेने हैं।
उनके अनुसार ‘‘मैं सरकारी फैसले के लिए भारतीय जनता पार्टी नीत केन्द्र सरकार खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं जिन्होंने भारतीय सीमा की तरफ आधुनिक काॅरिडोर को बनाने का ऐलान किया है। बेशक प्रधानमंत्री भी इसके लिए सबसे पहला श्रेय गुरु साहिबों को ही देंगें।
उन्होंने कहा कि यह गुरु साहिब के आर्शीवाद का ही परिणाम है।इसका श्रेय लेने की दौड़ में किसी पार्टी को उलझने के बजाय इस उपलब्धि का मिलकर जश्न मनाने का समय है । उन्होंने कहा कि कोरीडोर बनाने की मांग मैं जानता हूं कि यह शिरोमणि अकाली दल तथा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की चिरकालीन मांगों में से एक थी।इस पावन अवसर ने राजनीति को पीछे धकेल दिया है। यह खालसा पंथ की जीत है जो दलगत राजनीतिक से ऊपर की बात है।
शर्मा कुलदीप 1458
वार्ता