नयी दिल्ली, 06 दिसंबर (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस पर अगुस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे के बिचौलिये क्रिश्चेन मिशेल के बचाव में पार्टी के वकीलाें को उतार देने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि एक ओर भाजपा देश का पैसा बचाने में लगी है तो दूसरी ओर कांग्रेस भ्रष्टाचार करने वालों को बचाने के लिये खुल कर उतर आयी है।
भाजपा के प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कांग्रेस पार्टी एक परिवार को बचाने के लिए क्रिश्चेन मिशेल के बचाव में खुल कर सामने आ गयी है। मिशेल के प्रत्यर्पण के बाद से उस परिवार की रातों की नींद गायब हो चुकी है। परिवार ने अदालत में पार्टी के वकीलों को लगा दिया है। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा मिशेल से पूछताछ के वक्त कांग्रेस के वकीलों की मौजूदगी क्या इस बात का प्रमाण नहीं है कि कांग्रेस का हाथ भ्रष्टाचारियों के बचाव में उठा है।
डॉ. पात्रा ने कहा कि मिशेल के वकील अल्जो के जोसेफ युवक कांग्रेस के विधिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय प्रमुख हैं। दूसरे वकील विष्णु शंकर के पिता केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य हैं। जबकि तीसरे वकील राम प्रकट भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के सक्रिय सदस्य रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये तीनों वकील कांग्रेस के नामी वकीलों पी चिदंबरम, कपिल सिब्बल अौर सलमान खुर्शीद के मातहत काम कर चुके हैं और अब भी मिशेल के मामले में उन्हीं के मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने श्री जोसेफ के मीडिया को दिये बयान का हवाला देते हुए कहा कि श्री जोसेफ का कहना है कि उन्हें किसी ने कहा कि मिशेल का मामला देखना है तो वह एक पेशेवर वकील के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को बताना चाहिए कि किसने श्री जोसेफ को मिशेल का मामला देखने को कहा है। उन्होंने कहा कि तीनों वकीलों ने सीबीआई की विशेष अदालत में मिशेल की रिमांड का विरोध किया था। उन्होंने पूछताछ में सहायता के नाम पर अदालत से सुबह दस से ग्यारह बजे और शाम पांच से छह बजे के बीच पूछताछ के दौरान मिशेल के साथ मौजूद रहने की छूट हासिल की है।
डॉ. पात्रा ने कहा कि कांग्रेस ने मीडिया में खुलासा होने के बाद श्री जोसेफ को पार्टी से निकाल दिया है। लेकिन वह कांग्रेस के शीर्ष परिवार के विश्वासपात्र के रूप में मुकदमे से जुड़े रहेंगे। जबकि राममंदिर मामला हो या अन्य मामलों में श्री सिब्बल और श्री अभिषेक मनु सिंघवी को मुकदमे से हटाया गया पर उन्हें पार्टी में बनाये रखा गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस कदम से जांच एजेंसियों को संदेश दिया है कि वह मिशेल के साथ मज़बूती से खड़ी है। यह कदम सोच समझ कर उठाया गया है।
उन्होंने कहा कि एक रिपोर्ट में कहा गया था कि मिशेल ने हैलीकॉप्टर बनाने वाली कंपनी फिनमैकेनिका से कहा था कि उसे 4.2 करोड़ यूरो यानी पांच प्रतिशत कमीशन एक परिवार को देना है। यहां एक परिवार कांग्रेस पार्टी चलाता है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस कहती है कि वह मिशेल के बचाव में नहीं है तो उसे वकीलों को हटाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों से साफ है कि भाजपा की सरकार भ्रष्टाचार से लड़ने में जुटी है जबकि कांग्रेस भ्रष्टाचारियों को बचाने में लगी है।
सचिन संजीव
वार्ता