एक भोला दूधवाला, नदी के किनारे रहने वाले
पुजारी को नाव से आकर देता था दूध अकेले।
मगर नाव सेवा की अनियमितताओं के कारण,
आपूर्ति समय से न होने से डांट सुनता अकारण।
भगवान के नाम से जीवन के सागर को पार करते
तुम एक छोटी सी नदी भी पार नहीं कर सकते?
सरल हृदय दूधवाला यह उपाय सुनकर खुश हुआ
अगले दिन से समय पर दूध आपूर्ति प्रारंभ हुआ।
पुजारी था आश्चर्तचकित तथा कारण जानना चाहा
विश्वास के साथ नदी में उतरता तथा होता मनचाहा
संसारी पुजारी को उसकी बातों पर नहीं था विश्वास
पर दूधवाले को विश्वास से चलते देख हो गया उदास।
आनंद मोहन मिश्र
अरुणाचल प्रदेश
9436870174