एम्स भोपाल के डॉ. बी.एल. सोनी को NAMSCON 2024 में अंगदान में नवाचार के लिए प्रथम पुरस्कार

भोपाल । एम्स भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह संकाय और छात्रों के बीच अकादमिक उत्कृष्टता और ज्ञान-साझाकरण की संस्कृति को सदैव बढ़ावा देते रहते हैं। प्रो. सिंह से प्रेरित होकर संकाय सदस्य विभन्न शोध कार्यों में असाधारण प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में, एम्स भोपाल के ट्रॉमा एवं आपातकालीन चिकित्सा विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. बी.एल. सोनी को नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज (NAMSCON 2024) के 64वें वार्षिक सम्मेलन में मौखिक प्रस्तुति श्रेणी में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह सम्मेलन 21 से 24 नवंबर, 2024 के बीच एम्स जोधपुर में आयोजित किया गया, जिसमें देशभर से प्रतिष्ठित चिकित्सक और शोधकर्ता शामिल हुए। प्रो. सिंह ने इस उपलब्धि की प्रशंसा करते हुए कहा, “डॉ. सोनी का यह नवाचार अंगदान को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभा सकता है। यह दाताओं के सम्मान को बनाए रखते हुए लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करेगा और कई जिंदगियां बचाने में मदद करेगा। एम्स भोपाल ऐसे समाधान विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो विज्ञान और मानवता के बीच एक सेतु का काम करें।”
डॉ. सोनी ने अंगदान के बाद हड्डी पुनर्निर्माण के लिए 3डी प्रिंटेड हड्डी समरूपों का नवाचारी उपयोग विषय पर अपनी प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने अंगदान से जुड़े जटिल मुद्दों के समाधान के लिए एक अनूठी तकनीक का प्रदर्शन किया। डॉ. सोनी ने अंगदान के महत्व पर जोर देते हुए बताया कि एक मृतक दाता से 20 विभिन्न अंग और ऊतक प्राप्त किए जा सकते हैं, जो कई लोगों की जान बचा सकते हैं। हालांकि, सांस्कृतिक मान्यताओं और शरीर के विकृत होने की चिंता के कारण लोग अंगदान के लिए सहमति देने से हिचकिचाते हैं। इस समस्या का समाधान करते हुए उन्होंने 3डी प्रिंटेड हड्डी समरूप के उपयोग का प्रस्ताव रखा। यह तकनीक दाता के शरीर की स्वाभाविक संरचना को बनाए रखते हुए उनके सम्मान को सुरक्षित करती है और परिवार की चिंताओं को दूर करती है।