पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र कर सीएम उमर ने केंद्र से की पर्यटन पुनर्जीवन की मांग

पहलगाम । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राज्य में शांति और विकास के संदेश को मजबूती देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। मंगलवार, 27 मई को पहलगाम में एक विशेष कैबिनेट बैठक आयोजित कर उन्होंने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को पुनर्जीवित करने के लिए ठोस समर्थन की मांग की है।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने केंद्र से अपील की कि कश्मीर में सार्वजनिक उपक्रमों और संसदीय समितियों की बैठकें आयोजित की जाएं, ताकि जनता में विश्वास पैदा हो और देश-दुनिया को यह संदेश मिले कि घाटी आतंकवाद से नहीं, सकारात्मक बदलावों से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि यह मांग पहले भी नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में रखी जा चुकी है।
सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा, कि हमारी सरकार लोगों के मन से डर हटाकर उन्हें विश्वास और सुरक्षा का अहसास दिलाने के लिए काम कर रही है। इससे पर्यटन उद्योग को फिर से जीवंत करने में मदद मिलेगी और घाटी में सामान्य स्थिति लौटेगी। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 5-6 सप्ताह कश्मीर के लिए बेहद कठिन रहे हैं और इस दौर से उबरने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
श्रीनगर-जम्मू से बाहर पहली कैबिनेट बैठक
यह पहली बार है जब उमर अब्दुल्ला सरकार ने अपने मौजूदा कार्यकाल में श्रीनगर या जम्मू से बाहर कैबिनेट बैठक आयोजित की है। उन्होंने 27 मई को गुलमर्ग में भी एक विशेष बैठक बुलाने का ऐलान किया है, जिसमें उत्तरी कश्मीर से संबंधित अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। गौरतलब है कि अपने पिछले कार्यकाल (2009-14) के दौरान भी उमर अब्दुल्ला ने गुरेज, माछिल, तंगधार, राजौरी और पुंछ जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में कैबिनेट बैठकें आयोजित कर ऐसी पहल की थी।
अलर्ट पर प्रशासन, लोगों में भरोसा लौटाने की कोशिश
पहलगाम हमले के बाद जहां प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सतर्क हो गया है, वहीं इस तरह की पहल से सरकार यह संकेत देना चाहती है कि जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार को उम्मीद है कि इस पहल से न केवल राज्य का पर्यटन उद्योग फिर से पटरी पर आएगा, बल्कि यहां की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।