नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म पुरस्कार 2025 के दूसरे चरण के प्राप्तकर्ताओं को सम्मानित किया। दूसरे चरण का पुरस्कार कला, सामाजिक कार्य और संगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए 68 प्रतिष्ठित हस्तियों को मिला। इसमें मशहूर दिवंगत गायिका शारदा सिन्हा, लक्ष्मण सराफ, रिकी ज्ञान सहित कई दिग्गजों के नाम शामिल हैं।
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, एस.जयशंकर, प्रल्हाद जोशी, जितेंद्र सिंह, जी. किशन रेड्डी और कई अन्य मंत्री और गणमान्य हस्तियां शामिल रहे हैं।
जनवरी 2025 में राष्ट्रपति ने 139 पद्म पुरस्कारों देने का एलान किया था, जिसमें 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं। इसमें से 4 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 57 पद्म श्री पुरस्कार पहले चरण में दिए गए थे। बाकी के 68 पुरस्कार विजेताओं को 27 मई को प्रदान किए गए।
लोकगीत, भक्ति और छठ गीतों के लिए मशहूर लोकगायिका शारदा सिन्हा को कला-लोकसंगीत के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। समारोह में उनके बेटे अंशुमान सिन्हा ने उनकी ओर से यह पुरस्कार लिया।
बिहार कोकिला के नाम से मशहूर शारदा भोजपुरी, मैथिली और हिंदी भाषाओं में अपने गीतों के लिए जानी जाती थीं। शारदा सिन्हा का निधन 5 नवंबर को दिल्ली के एम्स में हुआ था।
वहीं राष्ट्रपति मुर्मू ने भारतीय कॉमेडियन और प्रोड्यूसर अशोक लक्ष्मण सराफ को पद्मश्री से सम्मानित किया। उन्हें मराठी और हिंदी सिनेमा में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए भी जाना जाता है। पिछले 5 दशकों में, उन्होंने अपनी बेजोड़ कॉमिक टाइमिंग, अभिनय और मराठी संस्कृति के साथ गहरे जुड़ाव से दर्शकों का मनोरंजन किया है।
पद्मश्री से सम्मानित होने पर सराफ ने कहा, यह बहुत खुशी की बात है। यह सम्मान मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मुझे खुशी है कि मेरे नाम पर इस पुरस्कार के लिए विचार किया गया, इसका मतलब है कि मैंने वास्तव में अपने जीवन में कुछ किया है।
संगीतकार रिकी ज्ञान केज को संगीत में उनके योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया। वे तीन बार ग्रैमी पुरस्कार विजेता और चार बार ग्रैमी नामांकित रहे चुके हैं। कई संयुक्त राष्ट्र निकायों से जुड़े हुए हैं। साथ ही संगीत को सामाजिक और पर्यावरण जागरूकता के लिए एक मंच के रूप में उपयोग करते हैं।
संगीतकार मंच पर नंगे पैर गए और यह सम्मान प्राप्त किया। इस बारे में कहा, मुझे जिम्मेदारी का अहसास हुआ और मुझे लगा कि यह पूरा कार्यक्रम मेरे लिए मंदिर की तरह है और इसीलिए, इस भावना के कारण ही मैंने सोचा कि मुझे वास्तव में पुरस्कार स्वीकार करना चाहिए और नंगे पैर मंच पर जाना चाहिए।
कन्नड़ अभिनेता अनंत नाग, जो अपनी बहुमुखी प्रतिभा और पांच दशकों तक भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए जाने जाते हैं, को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। अगल-अलग भाषाओं में 300 से अधिक फिल्मों और कर्नाटक में बेस्ट अभिनेता के लिए 5 पुरस्कारों सहित कई पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। अनंत नाग ने राज्य में मंत्री और एमएलसी के रूप में भी काम किया है।
इसी कड़ी में शोभना चंद्रकुमार को कला के क्षेत्र में पद्म भूषण प्रदान किया गया। शोभना ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री फिल्म की एक आइकन है। शोभना ने छह भारतीय भाषाओं में 230 से अधिक फीचर फिल्मों में अभिनय किया है। उन्होंने अपने अभिनय के माध्यम से सिनेमा में भरतनाट्यम की कला में क्रांति ला दी है।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अनुभवी सत्त्रिया नृत्य कलाकार जतिन गोस्वामी को कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया। वहीं कला के क्षेत्र में अश्विनी भिडे देशपांडे को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। अश्विनी प्रसिद्ध जयपुर-अतरौली ख्याल गायन परंपरा की एक हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायिका हैं।