अयोध्या राम मंदिर में हुई ‘राम दरबार’ की प्राण-प्रतिष्ठा, सीएम योगी ने किया दर्शन-पूजन

अयोध्या । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ श्री राम जन्मभूमि मंदिर में राम दरबार की ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंच गए हैं जिसके बाद राजा राम’ की प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान कार्यक्रम शुरू हो गया है। सीएम योगी ने सबसे पहले श्री राम जन्मभूमि मंदिर में पूजा अर्चना कर प्रभु श्रीराम का आशीर्वाद लिया। इसके बाद श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान से पहले योगी ने राम दरबार के समक्ष पूजा-अर्चना की।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के न्यासी अनिल मिश्रा ने बताया कि प्राण-प्रतिष्ठा समारोह पूर्वाह्न 11 बजकर 25 मिनट से 11 बजकर 40 मिनट के बीच हुआ। हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक, गंगा दशहरा वह दिन होता है जब राजा भगीरथ की तपस्या से प्रभावित होकर पवित्र नदी गंगा भगवान शिव की जटाओं से पृथ्वी पर अवतरित हुई थीं। इस दिन को बहुत शुभ माना जाता है और यह पुण्य, तपस्या एवं मानवता के सामूहिक कल्याण का प्रतीक है। अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम ने बताया कि गंगा दशहरा पर किया गया कोई भी शुभ कार्य कई गुना फल देता है। उन्होंने कहा कि शायद यही वजह है कि राम मंदिर न्यास ने राजा राम के अभिषेक के लिए इस दिन को चुना।
मुख्य राम दरबार के अलावा, राम मंदिर परिसर के भीतर आठ अन्य मंदिरों में भी मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की गयी। न्यासी अनिल मिश्रा ने कहा कि समारोह पूरे धार्मिक अनुष्ठानों और वैदिक मंत्रों के साथ आयोजित किए जाएंगे और देश भर से विद्वान ब्राह्मण इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सोशल मीडिया पर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘प्रभु श्री राम की पावन जन्मभूमि अयोध्या धाम में आज श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल पर श्री राम दरबार सहित अष्ट देवालयों में पवित्र देव विग्रहों की प्राण-प्रतिष्ठा हेतु आयोजित कार्यक्रम का साक्षी बनने का परम सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। यह पावन अवसर ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की नूतन अभिव्यक्ति है। सियावर श्री रामचन्द्र की जय!’’