तेहरान । ईरान-इजरायल युद्ध के बीच तेहरान से एक बेहद चौंकाने वाली खबर आई है। इस खबर ने मिडिल ईस्ट के तनाव को और गहरा कर दिया है। ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई अब बंकर में छिपकर युद्ध की रणनीति बना रहे हैं। खबर है कि उन्होंने न सिर्फ सैन्य कमांडरों की संभावित मृत्यु के लिए बैकअप तैयार किया है। बल्कि खुद के उत्तराधिकारी के तौर पर तीन वरिष्ठ धर्मगुरुओं के नाम भी गुप्त रूप से तय कर लिए हैं।
ईरान पर इजरायल के अचानक और तेज हमलों के बाद राजधानी तेहरान में हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। सरकारी सूत्रों के अनुसार खामेनेई अब किसी भी तरह की इलेक्ट्रॉनिक बातचीत करने से बच रहे हैं। वह सेना के अधिकारियों से सिर्फ एक विश्वसनीय दूत के जरिए संपर्क बनाए हुए हैं। ताकि उनकी लोकेशन ट्रैक नहीं किया जा सके। यह बताता है कि ईरान का सर्वोच्च नेतृत्व खुद को अब भीषण युद्ध के केंद्र में मान रहा है।
यह पहली बार है कि खामेनेई ने सार्वजनिक रूप से अपनी उत्तराधिकार योजना तैयार की है। भले ही यह गुप्त तौर पर हो। यह केवल रणनीति नहीं बल्कि उस डर की भी झलक है जो शायद 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के समय भी महसूस नहीं हुआ था। अधिकारियों के अनुसार इस कदम का मतलब है कि खामेनेई अब मानते हैं कि इस युद्ध में वे खुद भी मारे जा सकते हैं।
खबर के मुताबिक इजरायल द्वारा पिछले शुक्रवार से शुरू किए गए हमले अब तक के सबसे बड़े और विनाशकारी हमले हैं। यह हमले ईरान-इराक युद्ध के मुकाबले भी कहीं ज्यादा घातक साबित हो रहे हैं। सिर्फ कुछ ही दिनों में तेहरान में इतना नुकसान हुआ है जितना इराक और सद्दाम हुसैन आठ साल में भी नहीं कर सके थे। ईरान ने भी इस झटके से उबरते हुए हर दिन जवाबी हमले शुरू कर दिए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार ईरानी मिसाइलों ने इजरायल के अस्पताल, तेल रिफाइनरी, धार्मिक स्थल और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया है।