नई दिल्ली । इंडोनेशिया में यूनिवर्सिटीस दिर्गंतारा मार्सेकल सूर्यादर्मा द्वारा 10 जून को ‘पाकिस्तान-भारत हवाई युद्ध’ पर सेमिनार आयोजित किया गया था। सेमिनार में दिए गए 35 मिनट के प्रेजेंटेशन में कैप्टन शिव कुमार ने कहा कि मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि हमने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कई फाइटर जेट खोए, लेकिन मैं इस बात से सहमत हूं कि हमने कुछ विमान खो दिए। उन्होंने कहा कि ऐसा केवल इसलिए हुआ क्योंकि भारत की पॉलिटिकल लीडरशिप ने 7 मई के हमले के वक्त कहा था कि पाकिस्तान की मिलिट्री और उनके एयर डिफेंस को निशाना नहीं बनाना है।
हमनें सेमिनार में भारतीय रक्षा से जुड़े जवान से संबंधित मीडिया रिपोर्ट देखी हैं। उनके बयान को विषय से बाहर जाकर पेश किया गया है। इस संबंध में छपी मीडिया रिपोर्ट उनके द्वारा कही गई बातों को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया हैं। उनकी प्रेजेंटेशन में बताया गया कि भारतीय सशस्त्र बल हमारे पड़ोसी व कुछ अन्य देशों के विपरीत सिविल पॉलिटिकल लीडरशिप के तहत काम करते हैं। यह भी बताया गया कि ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाना था और भारतीय प्रतिक्रिया बिना उकसावे वाली थी। ऑपरेशन सिंदूर को भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया था। 7 मई को भारत ने लश्कर ए तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के हेडक्वार्टर पर बम बरसाए। भारत ने इस दौरान कुछ विमान खोए। जवाब में पाकिस्तान की तरफ से जब रिएक्शन दिया गया तो वायुसेना ने पाकिस्तान के 12 में से 11 एयरफोर्स स्टेशन पर ब्रह्मोस मिसाइल से हमले किए।