“यह बेहतरीन कहानीकारों का समय है, गेटकीपरों का नहीं

मासूम, बैंडिट क्वीन, मिस्टर इंडिया और एलिज़ाबेथ जैसी फ़िल्मों के ज़रिए सिनेमाई सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए जाने जाने वाले फ़िल्म निर्माता शेखर कपूर ने अब कंटेंट की दुनिया में हो रहे बड़े बदलावों पर ध्यान केंद्रित किया है। हाल ही में एक पोस्ट में, शेखर कपूर ने एक स्पष्ट संदेश दिया: “अगर आप कंटेंट बिज़नेस में गेटकीपर हैं, तो आप टिक नहीं पाएँगे।”जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब कंटेंट के निर्माण, वितरण और पहुँच के तरीके को ही बदल रहा है, वहीं शेखर कपूर की यह चेतावनी बेहद ज़ोरदार साबित हो रही है। उन्होंने लिखा, “”कितना हैरान करने वाला है कि कंटेंट की दुनिया में काम कर रहे लोग इस बदलाव से अब भी अनजान हैं, जो एआई लेकर आ चुका है।

या तो हम इस बदलाव से डरे हुए हैं, या फिर रेत में सिर छुपा रहे हैं…”शेखर कपूर के लिए, AI सिर्फ़ एक और तकनीकी लहर नहीं है, बल्कि यह हमारे समय की सबसे लोकतांत्रिक तकनीक है। उन्होंने कहा, “बहुत जल्द बच्चे भी वो कंटेंट बना सकेंगे, जो कभी सिर्फ करोड़ों के बजट वाली स्टूडियो फिल्मों या शोज़ का हिस्सा होता था — वो भी आपके बजट के एक छोटे से अंश में।”