आज होने वाली बैठक पर दुनिया के नेताओं को संदेह….पुतिन ट्रंप पर हावी हो सकते

वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच छह साल बाद आमने-सामने शिखर वार्ता होने जा रही है। यह बैठक न सिर्फ रूस-यूक्रेन युद्ध में संभावित युद्धविराम की उम्मीदें जगाती है, बल्कि अमेरिका-रूस संबंधों के भविष्य और आर्कटिक सहयोग जैसे अहम मुद्दों को भी प्रभावित करेगी। अलास्का में जब पुतिन और ट्रंप के बीच बैठक चल रही होगी, तब समय के अंतर के कारण भारत में 16 अगस्त की सुबह 2 बजे का समय होगा। ट्रंप ने खुद को वैश्विक ‘पीसमेकर’ के रूप में पेश कर भरोसा जताया है कि पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की दोनों शांति के लिए तैयार हैं, हालांकि जेलेंस्की को शुरुआती दौर की वार्ता में शामिल नहीं किया गया है। बैठक से पहले माहौल काफी गर्म है। एक सर्वे में आधे से ज्यादा अमेरिकी ट्रंप की युद्ध संबंधी फैसले लेने की क्षमता पर भरोसा नहीं जता रहे, जबकि यूरोपीय नेताओं को आशंका है कि अकेले कमरे में पुतिन ट्रंप पर हावी हो सकते हैं। वहीं, पुतिन ने ट्रंप की कोशिशों को ‘ईमानदार और सक्रिय’ बताकर सराहा है और संकेत दिया है कि परमाणु हथियार नियंत्रण पर भी बातचीत हो सकती है। इस हाई-प्रोफाइल मुलाकात के लिए सुरक्षा इंतजाम भी खास हैं। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस और रूसी सुरक्षा बलों के बीच ‘बॉडी फॉर बॉडी’ तैनाती होगी।