नवादा 09 दिसंबर(वार्ता) राष्ट्रीय लोक समता पार्टी(रालोसपा) के अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने आज कहा कि बिहार की नीतीश सरकार शिक्षा के क्षेत्र में पूरी तरह से उदासीनता बरत रही है और इसी का नतीजा है कि लगभग डेढ़ वर्षों से प्रस्तावित केन्द्रीय विद्यालय के लिये जमीन का हस्तांतरण नहीं किया जा सका।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री श्री कुशवाहा ने यहां के प्रजातंत्र चौक के निकट नवादा में प्रस्तावित केंद्रीय विद्यालय के लिये राज्य सरकार की ओर से जमीन आवंटित नहीं किये जाने के विरोध में पूर्व से निर्धारित उपवास सह धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश सरकार की उदासीनता के कारण केंद्रीय विद्यालय इस जिले में नहीं चालू हो पा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड(जदयू) गरीब छात्रों को शिक्षा के अधिकार से वंचित रखना चाहती है और इसी का नतीजा है कि उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री रहते हुए प्रस्तावित केंद्रीय विद्यालय के लिये जमीन आवंटित किये जाने की मांग को लेकर उपवास पर बैठना पड़ा।
श्री कुशवाहा ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले वर्ष अगस्त में ही बिहार में दो केंद्रीय विद्यालय खोलने की अनुमति प्रदान की थी। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और उनके स्वयं के प्रयास के बाद बिहार के नवादा और औरंगाबाद जिले के देवकुंड में केंद्रीय विद्यालय खोलने की अनुमति प्रदान की गयी थी। उन्होंने कहा कि देश के जिन राज्यों से जहां केंद्रीय विद्यालय के लिये अनुशंसा मिली थी वहां के केंद्रीय विद्यालयों में छात्रों के नामांकन के साथ ही पठन-पाठन शुरू हो गया है।
उपाध्याय सूरज
रमेश
जारी (वार्ता)