अधिकारी भी अपने ऊपर किसी का ठप्पा दिखने नहीं देना चाहते है, दागी अफसर रहे मजे में रहे
भोपाल ।(राजेन्द्र के.गुप्ता 98270-70242) दिनांक 11/12/18 की देर रात तक विधानसभा चुनाव के नतीजे आते रहे । वित्त और वाणिज्यिक कर मंत्री जयंत मलैया के निर्वाचन का नतीजा देर शाम को ही आ गया था जिसमें मलैया बुरी तरह से हार गए है । मलैया के हारते ही उनसे संबंधित विभागों की फ़ाईलो को ठिकाने लगाने का काम शुरू कर दिया गया था । क्योंकि मलैया के पास मालदार विभाग थे । दिनांक 12/12/2018 को हारे मंत्री जयंत मलैया के बंगले में रखी सैकड़ों फाईलों को जला दिया गया ।फाईलों को जला रहे कर्मचारी से पूछा तो बोला फाईले रद्दी हो गई थी ,जब उसे बोला ये तो सरकारी दिख रही है तो बोला आप मंत्री जी के पीए से बात कर लो । वीडियो बनाने और फ़ोटो लेने से रोकने की कोशिश भी की ।
आबकारी विभाग के इंदौर एसी कार्यालय में 42 करोड़ का बैंक चालान फ़र्ज़ीवाड़ा भी हुआ और डीईओ पराक्रम सिंह चंद्रावत के यहा लोकायुक्त छापा भी डाला गया । बैंक चालान फ़र्ज़ीवाडे से सरकार की बदनामी हुई ,नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह सहित कई विधायकों ने भी इस मुद्दे को उठाया फिर भी दाग़ी आबकारी अफसर संजीव दूबे को निलंबन से बहाल कर देवास पदस्थ कर दिया गया ।कुल मिला कर दागी अफसर रहे मजे में रहे । कार्यवाहियाँ अब भी पेंडिंग है ।जिन अफसरों से सम्बंधित फ़ाईले हारे मंत्री मलैया के पास पेंडिंग थी वो अफसर मलैया के बंगले पर पदस्थ अधिकारियों के माध्यम से अपनी फ़ाईले वापस लेने या ठिकाने लगाने की जुगाड़ बिठाते रहे । इसकी भनक मलैया को लगी तो उन्होंने अपने विश्वसनीय कर्मचारियों को फ़ोन कर सभी फ़ाईले जला देने का कह दिया । मलैया के कर्मचारियों ने इतनी हड़बड़ाहट दिखाई की सैकड़ों फ़ाईले मलैया के भोपाल स्थित सरकारी बंगले के बाहर ,सामने ही जलाना शुरू कर दिया । इसी तरह अन्य मंत्रियो के बंगले से भी फाईलो को ठिकाने लगाया जा रहा है । ऐसी ही कुछ हलचल मंत्रालय में भी देखी जा रही है क्योंकि अभी तक जो सरकार थी उनके हिसाब से काम चल रहा था । कोई भी अधिकारी अपने ऊपर किसी का ख़ास होने का ठप्पा लगा दिखने नहीं देना चाहता है । अधिकारियों के लिए यही व्यवस्था होती है जिसकी सरकार उसके हम…..