इंदौर, 12 दिसंबर (ईएमएस)। विधानसभा चुनाव में कई रोचक बातें सामने आई। क्षेत्र राऊ के भाजपा प्रत्याशी इंदौर विकास प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा अपने ससुराल में ही चुनाव हारे। इधर देपालपुर के भाजपा प्रत्याशी मनोज पटेल अपने गढ़ बेटमा, गौतमपुरा और हातोद में ज्यादा वोट प्राप्त नहीं कर सके। गत चुनाव में यहां से उन्हें तीस हजार से अधिक वोट मिले थे। संजय शुक्ला को टिकट दिलाने में सुरेश पचौरी ने एड़ीचोटी का जोर लगाया था। गुरू (पचौरी) तो चुनाव हार गए लेकिन चेला (संजय) चुनाव जीत गया। संजय शुक्ला, पचौरी को अपना सियासी गुरू मानते हैं। दावेदारों की जीत कम वोटों से हुई। मेंदोला दो लाख से जितने की बात कर रहे थे। आकाश विजयवर्गीय ने पचास हजार से जितने की बात की थी। महेंद्र हार्डिया पंद्रह से बीस हजार से अपनी जीत देख रहे थे, मुश्किल से जीते। विशाल पटेल ने बीस हजार का कहा था, दस हजार से जीते। तुलसी सिलावट भी हजारों मतों से जीतने की बातें करते रहे, जीत छोटी मिली। इस चुनाव में मुस्लिम समाज ने कांठोस का पूरी तरह से साथ दिया। इसके उदाहरण संजय शुक्ला के साथ सत्यनारायण पटेल भी हैं। तीन नंबर में भी खूब मतदान हुआ। इसी से आकाश जीते हैं। सोशल मीडिया पर जितने के पहले ही आकाश विजयवर्गीय की जीत दिखा दी। चुनाव में यह भी देखने को मिला कि हर सीट पर भाजपा को घाटा हुआ।
(उमेश/अर्चना पारखी)