नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन दरगाह को मिलने वाले चंदे में अनियमितता और कुप्रबंधन की शिकायतें मिलने के बाद दिल्ली वक्फ बोर्ड ने दरगाह प्रबंधन में हस्तक्षेप करने का फैसला किया है। एक अधिकारी का कहना है कि दिल्ली वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष अमानतुल्ला खान ने नई समिति बनाने के लिए प्रबुद्ध नागरिकों से आवेदन मांगा है। समिति मिलने वाले चंदे का रिकॉर्ड रखेगी और जनकल्याण में इनका इस्तेमाल सुनिश्चित करेगी। खान ने कहा कि समिति जल्द बनाई जाएगी, जो दरगाह की देखभाल सुनिश्चित करेगी। साथ ही वहां मिलने वाले नजराना का लेखा-जोखा रखेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि दरगाह में मिलने वाले चंदे का कोई रिकॉर्ड नहीं है। निजामुद्दीन औलिया की दरगाह में कई मजार हैं, जिनमें सूफी संत और उनके शिष्य अमीर खुसरो का मजार भी शामिल है।
झा /देवन्द्र/ईएमएस/17/दिसंबर/२०१८