नयी दिल्ली 18 दिसम्बर (वार्ता) कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने साढ़े चार साल के दौरान किसानों का कर्ज माफ नहीं किया है जबकि उनकी पार्टी ने तीन राज्यों में सरकार गठित होने के छह घंटे के भीतर कर्ज माफ करके दिखाया है।
श्री गाँधी ने मंगलवार को संसद भवन परिसर में पत्रकारों से कहा कि मोदी सरकार ने सिर्फ चुनिंदा उद्योगपतियों का साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है जबकि किसान का एक रुपये का कर्ज भी माफ नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री मोदी किसानों का नहीं, सिर्फ चुनिंदा उद्योगपतियों का हित करते रहे हैं। इसलिए उन्होंने अनिल अम्बानी के 45,000 करोड़ रुपया तो माफ कर दिया, लेकिन किसानों पर ध्यान नहीं दिया।
तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत को उन्होंने किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार और युवाओं की जीत करार दिया तथा कहा कि चुनावी सभाओं में उन्होंने अपनी पार्टी की सरकार के गठन के 10 दिन के भीतर किसानों का कर्ज माफ करने की बात की थी। उनकी पार्टी को जहाँ जनादेश मिला वहाँ सरकार गठन के छह घंटे के भीतर कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने दो राज्यों में किसानों के कर्ज माफ करने की घोषणा कर दी और तीसरे राज्य में इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि देश की जनता ने श्री मोदी को उम्मीद के साथ सत्ता सौंपी थी और उनके पास भी किसानों के हित में काम करने का विकल्प था। लेकिन, उन्होंने किसानों के लिए काम करने की बजाय राफेल के जरिये अनिल अम्बानी को फायदा पहुँचाने और नोटबंदी के जरिये दुनिया का सबसे बड़ा घोटाला कर चोरी कराने का विकल्प चुना तथा किसानों को नजर अंदाज कर दिया।
अभिनव अजीत
जारी वार्ता