सर्दियां त्वचा की कई समस्याएं लेकर आती हैं। षिषुओं की त्वचा व्यस्कों के मुकाबले ज्यादा नाजुक होने के कारण उन्हें ज्यादा परेषानी होती है। सर्दियों में षिषु की त्वचा को ज्यादा पोशण की जरूरत होती है, क्योंकि तापमान गिरने के कारण त्वचा रूखी हो जाती है।हिमालया ड्रग कंपनी में आयुर्वेद विषेशज्ञ, डिस्कवरी साईंसेस ग्रुप, डॉ. सुभाशिनी एन एस ने बताया, ‘‘षिषु के गाल, घुटने, नाजुक नाक एवं कोहनी की त्वचा ज्यादा रूखी होती है और फटने लगती है। सर्दियों में यह स्थिति ज्यादा गंभीर हो जाती है। त्वचा प्राकृतिक रूप से नम और गीली होती है, लेकिन कठोर केमिकल्स वाले उत्पाद त्वचा की स्थिति को खराब कर देते हैं। इसलिए आप ऐसे उत्पादों का उपयोग करें, जिनमें प्राकृतिक तत्व हों और जो षिषु की त्वचा को मुलायम बनाए रखते हुए उसकी नाजुक देखभाल करें।’’
डॉ. सुभाशिनी ने माता-पिता को ऐसे षिषु उत्पादों का उपयोग करने का परामर्ष दिया, जिनमें एल्मंड ऑईल, ओलाइव ऑईल, एलोवेरा, विंटर चेरी, लिकोरीस, हनी और मिल्क हों। ये औशधियां या अवयव त्वचा में नमी को बनाए रखते हैं और सर्दियों में आपके षिषु को सर्वश्रेश्ठ स्किन केयर प्रदान करते हैं।