बढ़ती गर्मी ने मतदाताओं का उत्साह ठंडा किया

इन्दौर। 23 लाख 50 हजार 580 मतदाता वाली और मध्य प्रदेश की आर्थिक रूप से सबसे समृद्ध समझी जाने वाली लोकसभा सीट इंदौर में सुबह 7:00 बजे ही पूर्ण उत्साह के साथ मतदान शुरू हो गया हुजूम के हुजूम में आते मतदाताओं में भरपूर उत्साह दिखाई दे रहा था परंतु जैसे जैसे मौसम के तेवर गर्म होते गए मतदान का रुझान ठंडा पड़ता गया दोपहर 1:00 बजे तक करीब 27% मतदान हो चुका था।
इंदौर लोकसभा क्षेत्र के 2 हजार 5 सौ 75 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्ण मतदान जारी कहीं कहीं ईवीएम मशीन में गड़बड़ी की शिकायत आने पर तुरंत बदलाव किया जा रहा है।
सुबह शुरुआती उत्साह का कारण यह भी माना जा सकता है कि सभी चर्चित और ख्यात नेताओं ने अपने अपने क्षेत्रों के अपने अपने बूथों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया, लोक सभा स्पीकर और इंदौर से ही सांसद सुमित्रा महाजन ने पलासिया के पीडब्ल्यूडी ऑफिस में मतदान किया, वहीं बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने नन्दानगर 10 नंबर शासकीय स्कूल में ईवीएम का बटन दबाया, कांग्रेस की मीडिया प्रभारी शोभा ओझा महर्षि विद्या मंदिर तुकोगंज में ईवीएम का बटन दबा आई तो कांग्रेस प्रत्याशी पकंज संघवी बाल विनय मंदिर नेहरू पार्क में सुबह 7:00 बजे ही मतदान कर आए, मध्य प्रदेश सरकार के तीनों मंत्री तुलसी सिल्वर, सज्जन सिंह वर्मा और जीतू पटवारी तथा इंदौर महापौर एवं विधायक मालिनी लक्ष्मण सिंह गौड़ ने भी इंदौर लोकसभा चुनाव हेतु अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
‌मतदान केंद्रों पर लगी सुबह से लंबी लंबी कतारें दिन चढ़ने के साथ कम होने लगी और गर्मी की तपन का के साथ साथ मतदाताओं का उत्साह भी पिघलता रहा 1:00 बजे तक 27% मतदान के सूचना प्राप्त हुई है विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 1 के वार्ड क्रमांक 6 मतदान केंद्र क्रमांक 250 में ईवीएम चालू न होने के कारण करीब 1 घंटे देरी से मतदान शुरू हुआ वही राऊ के मतदान केंद्र क्रमांक 268 और 269 पर भी मशीन चालू ना होने के कारण मतदान शुरू करवाने में देरी हुई, महेश नगर के बूथ क्रमांक 107 में मतदान शुरू होते ही ईवीएम मशीन बंद हो गई जिससे करीब आधे घंटे बाद फिर मतदान शुरू किया जा सका, विधानसभा 3 के बूथ क्रमांक 256 पर ट्रायल के साथ ही मशीन बंद करीब 1 घंटा इंतजार करने के बाद पुनः शुरू हो सकी।
‌ ज्ञात रहे कि इंदौर में 1957 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ था तब यह सीट कांग्रेस की झोली में गई थी उसके बाद लगातार 1984 तक (एक उपचुनाव छोड़कर) कांग्रेस का ही कब्जा रहा इंदौर लोकसभा सीट पर परंतु 1984 में सुमित्रा महाजन ने जो इस सीट पर बीजेपी की जीत का परचम फहराया वह आज तक लगातार 30 साल से फहरा रहा है।
पुरोहित/पीएम/19 मई 2019