महावीर बाग पर नवकार कलश अनुष्ठान में शामिल 425 युगलों ने की साधना –

इन्दौर । नवकार महामंत्र की एक सहज मंगलकारी व्यवस्था है – नककार कलश, जिससे श्रद्धा को बल प्राप्त होता है और सिद्धालय स्थित अनंत सिद्ध परमात्माओं के ज्ञान, दर्शन, आनंद और शक्ति के मार्ग पर चढ़ने का मार्ग प्रशस्त होता है। अपने घर आंगन को नवकार कलश के माध्यम से महामंत्र से संयुक्त करना नवकार कलश का मुख्य प्रयोजन है। यह अनावश्यक कर्मकांड से मुक्त श्रद्धापूर्वक नवकार साधना पद्धति का सहज रूप है। परमेष्ठी नवकार महामंत्र के साथ परिवार का जुड़ना नवकार कलश का पवित्र लक्ष्य है।
ये प्रेरक विचार हैं उपाध्यायश्री प्रवीण ऋषि के, जो आज उन्होंने एरोड्रम रोड स्थित महावीर बाग पर आयोजित नवकार कलश अनुष्ठान समारोह में व्यक्त किए। नवकार कलश अनुष्ठान में आज 425 युगलों ने सामूहिक रूप से भाग लिया। और अनुष्ठान से पूर्व उपाध्यायश्री के निर्देशानुसार रक्षा कवच का पाठ भी किया। इस अवसर पर श्री वर्धमान श्वेताम्बर स्थानकवासी जैन श्रावक संघ ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित इस समारोह में देश के विभिन्न अंचलों से आए श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। प्रारंभ में संघ के महामंत्री रमेश भंडारी ने स्वागत उद्बोधन देते हुए अनुष्ठान संयोजक अ.भा.जैन श्वेताम्बर सोशल ग्रुप फेडरेशन के संजय नाहर, पीयूष जैन, प्रकाश भटेवरा राजेन्द्र जैन, वीरेन्द्र जैन, जिनेश्वर जैन, भरत शाह, प्रभात चोपड़ा, सनोज जैन आदि का सम्मान किया। इस अवसर पर फेडरेशन की ओर से आल इंडिया स्थानकवासी जैन कांफ्रेंस नई दिल्ली के राष्ट्रीय मंत्री मनोनीत हुए जिनेश्वर जैन, एवं राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष दीवक जैन टीनू का सम्मान भी किया गया। संचालन जिनेश्वर जैन ने किया और आभार माना प्रकाश भटेवरा ने।
:: नवकार कलश से मिलेगी संपन्नता ::
श्री वर्धमान जैन स्थानकवासी श्रावक संघ ट्रस्ट के अंतर्गत उपाध्यायश्री प्रवीण ऋषि के सान्निध्य में महावीर बाग स्थित आनंद समवशरण परिसरम आज नवकार तीर्थ कलश अनुष्ठान के अंतर्गत विशिष्ट साधना कराई गई। इसमें लगभग 425 युगलो ने नवकार कलश को अपने समक्ष रखकर परमेष्ठी शरणम की साधना प्रमुख रही। उपाध्यायश्री के अनुसार यह नवकार कलश रखने वाले परिवारों में सुख, शांति, संपन्नता और प्रेम की अभिवृद्धि करता है। शुक्रवार को सुबह 6.30 बजे से नवकार मंत्र के जाप की साधना प्रारंभ हुई थी जो आज प्रातः 6 बजे पूरी हुई। इसमें करीब 1500 महिला-पुरुषों ने भाग लिया। आज सुबह 6.30 बजे से ही नवकार कलश अनुष्ठान के लिए भाई-बहनों का आगमन शुरूहो गया था। सुबह 7 बजे नवकार कलश अनुष्ठान प्रारंभ हुआ और 9 बजे पूर्ण हुआ। कलश अनुष्ठान में 425 युगलों ने कलश प्राप्त किए। अ.भा. जैन श्वेताम्बर सोशल ग्रुप फेडरेशन के संयोजन में सभी धर्मानुरागी महिला-पुरुषों का स्वागत फेडरेशन के संजय नाहर, पीयूष जैन, प्रकाश भटेवरा, जिनेश्वर जैन आदि ने किया।