एण्डटीवी के ‘भाबीजी घर पर हैं‘ में, तिवारी (रोहिताष्व गौड़), विभूति (आसिफ शेख) को डराता है और उसे कब्रिस्तान में एक रात बिताने की चुनौती देता है। वहां रहते हुए, वह बेला डोना की कब्र के पास सफेद बालों वाली एक महिला को अपने पास आता हुआ देखता है और बेहोश हो जाता है। होश में आने के बाद, वह तिवारी और अन्य लोगों को डराने के लिये एक कहानी बनाता है, जो कमजोर दिल वाले होने के कारण उसका मजाक उड़ाते थे। सक्सेना (सानंद वर्मा) की मदद से, वह बेला डोना के रूप में तैयार होता है और सभी को धमकाता है, खासकर तिवारी को। विभूति नारायण मिश्रा (आसिफ शेख) कहते हैं, “विभूति, तिवारी को डराने का पूरा मज़ा नहीं दे सकता, इसलिये वह डराने के इस खेल के स्तर को कई गुना बढ़ा देता है। वह तिवारी को डराने के लिये सफेद बालों, एक पीला चेहरा और एक पुराने लिबास के साथ बेला डोना बन जाता है। सिर्फ तिवारी ही नहीं, अंगूरी भाबी और टीएमटी भी जाल में फंस जाते हैं और मानने लगते हैं कि विभूति, बेला डोना के वष में है।