दो वर्ष के लंबे अंतराल के बाद जुटा पंजाबी समाज, गोवंश की साक्षी में की प्राण प्रतिष्ठा, महायज्ञ भी –

इन्दौर । लगभग दो वर्षों के कोरोना काल के बाद आज पहली बार शहर के पंजाबी समाज के बंधुओं ने गौमाता की साक्षी में शिवशक्ति हनुमान मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा संपन्न की, वहीं समाज, शहर और समूचे राष्ट्र में खुशहाली, समृद्धि एवं सभी प्रकार की बीमारियों से मुक्ति के लिए 51 जोंड़ों ने महायज्ञ में आहुतियां भी समर्पित की। समाज की अनेक विभूतियों को उनके सेवा कार्यों के लिए सम्मानित भी किया गया।
पंजाबी समाज सेवा संस्थान इन्दौर के अध्यक्ष डॉ. डी.के. तनेजा एवं सचिव अशोक बावेजा ने बताया कि देवासनाका, लसूड़िया मोरी स्थित स्वामी पूजनदास की तपोभूमि, पंजाबियां दी गौशाला पर आज अखंडधाम के महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी चेतनस्वरूप एवं विहिप के अंतर्राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हुकमचंद सांवला के आतिथ्य में सबसे पहले पंजाब अरोड़वंशीय समाज एवं ट्रस्ट के सहयोग से प्राप्त शेड में निर्मित मंदिर में जयपुर से लाई गई हनुमानजी, दुर्गा माता एवं शिव परिवार की प्रतिमाओं की प्राण-प्रतिष्ठा संपन्न हुई। इस मौके पर शहर के प्रमुख धर्मस्थलों से आए 11 संत-विद्वानों के सान्निध्य में विश्व शांति, जनकल्याण एवं सभी रोगों से सृष्टि को मुक्ति दिलाने की कामना से 51 जोड़ों ने महायज्ञ में आहुतियां भी समर्पित की। कार्यक्रम के अंतिम चरण में पंजाबी समाज की 14 हस्तियों को अतिथियों ने शाल-श्रीफल, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र भेंटकर सम्मानित किया। स्वागत डॉ. डी.के. तनेजा, अशोक बावेजा, डॉ. राजीव डेंग, हेमंत पाहवा एवं राजेश अरोरा ने किया। संचालन अशोक बावेजा ने किया और आभार माना डॉ. डी.के. तनेजा ने।
:: इन विभूतियों का हुआ सम्मान ::
पंजाबी समाज सेवा संस्थान के संस्थापक भगतराम जुनेजा एवं किशनलाल पाहवा, वैष्णोधाम मंदिर की संस्थापक श्रीमती विनोद अहलुवालिया, शक्ति जागरण मंडल के संस्थापक बलदेवराज पाहवा, महेश दृष्टिहीन कल्याण संघ के अध्यक्ष और प्रो. मुरली मनोहर कपूर, कंधारी समाज के अध्यक्ष नरेन्द्र कंधारी, वयोवृद्ध समाजसेवी प्रकाशदेवी डंग, समाजसेवी मनोहर धवन, लोटस ग्रुप की श्रीमती भावना छाबड़ा, समाजसेवी देवेन्द्र पाहवा, ओमनी ग्रुप की प्रेरणास्त्रोत श्रीमती निर्मल सूरी, समाजसेवी किशनलाल ड़ाबर, इंदरराज कुमार एवं किशोर कस्तूरी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शहर के पंजाबी संगठनों के प्रतिनिधि एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।