शो ‘ज़िद्दी दिल माने ना’ एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गया है, संजना (दिलजोत छाबड़ा) पहली बार कई भावनाओं का अनुभव कर रही है, क्योंकि उसे जिंदगी बदलने वाले कुछ निर्णय लेने हैं। संजना अपने परिवार के प्रति जिम्मेदारियों और अपने नये करीबी दोस्त सिड के बीच फंस गई है।
संजना और सिड की दोस्ती मजबूत हो रही है और इसी के साथ वह खुद को एक दोराहे पर खड़ा पाती है। वह सिड के लिये कुछ नई भावनाओं का अनुभव करती है, लेकिन उसे अपने परिवार की मांग पर कुंदन (अंगद हसीजा) के साथ रिश्ता बनाना है। उसका एक हिस्सा सिड को अपनाना चहता है, जो उसकी इज्जत करता है और वह जैसी है, उसे वैसे ही स्वीकार करता है, वहीं दूसरा हिस्सा कुंदन को स्वीकार करना चाहता है, जो अपनी मां की खुशी के लिये उसे बदलना चाहता है।