स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सीएम राइज स्कूलों को मॉडल के रूप में स्थापित कर शुरु कराने का कार्य प्राथमिकता से करें। शिक्षा की गुणवत्ता अच्छी बनाये रखने और बच्चों को बेहतर भविष्य देना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा कर रहे थे। स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि शमी सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। शिक्षकों की भर्ती सुनिश्चित करें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि निर्धारित मापदंड के अनुसार शिक्षकों की भर्तियाँ शुरु की जायें। उन्होंने कहा कि राज्य की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर शिक्षकों का चयन किया जाये। प्रशिक्षण देकर शिक्षकों की कौशल क्षमता का विकास करें।
प्रतिभाशाली बच्चों की प्रतिभा संवारें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रतिभाशाली बच्चों की प्रतिभा संवारने के लिए व्यवस्थित योजना बनाकर क्रियान्वयन करें। व्यवसायिक शिक्षा के पाठ्यक्रम संचालित हों। भारतीय संस्कारों को ध्यान में रखकर प्रशिक्षण संस्थानों का सुदृढ़ीकरण करें।
विशेषज्ञों की सलाह लें मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विशेषज्ञों की सलाह के माध्यम से शैक्षणिक पाठ्यक्रमों और व्यवस्थाओं को बेहतर बनाएँ। समग्र शिक्षा अभियान में अच्छा कार्य चल रहा है। ऐसे प्रयास करें कि शिक्षा के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के कार्यों का अनुसरण अन्य राज्य भी करें। शिक्षा का स्तर बेहतर बनायें। स्कूल भवनों का गुणवत्तापूर्ण निर्माण हो।
पीपीपी मोड पर खुलें सैनिक स्कूल मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पीपीपी मोड पर सैनिक स्कूल खोले जायें। लोगों को प्रोत्साहित कर सैनिक स्कूल खोलने की कार्यवाही हो। सीएम राइज स्कूलों को नई शिक्षा नीति से जोड़कर कार्य किया जाये। विभाग की प्रगति को निरंतर पोर्टल पर अपलोड किया जाये। स्कूलों में योग शुरु करायें। प्रतिदिन योग एवं खेल की गतिविधियाँ हों।
अन्य राज्यों की शिक्षा का करें अध्ययन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन राज्यों में शिक्षा का स्तर अच्छा हो, वहाँ का अध्ययन कर प्रदेश में लागू करने के प्रयास हों। विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिए पोर्टल बनाया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिला स्तर पर शिक्षा के स्तर की रैंकिंग हो। रैंकिंग से प्रतिस्पर्धा पैदा होगी और शिक्षा के स्तर में सुधार होगा।
उपलब्धियाँ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विद्यालयीन खेल के क्षेत्र में प्रदेश के छात्र-छात्राओं द्वारा राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में उच्च प्रदर्शन के लिए बधाई और शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019-20 में आयोजित राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिताओं में प्रदेश के छात्र-छात्राओं ने 183 स्वर्ण पदक के साथ कुल 423 पदक प्राप्त कर तृतीय स्थान प्राप्त किया। फिट इंडिया मूवमेंट में हुई क्विज में प्रदेश के 6 हजार 7 पंजीकृत विद्यालयों के 14 हजार 807 विद्यार्थियों ने सहभागिता की। राष्ट्रीय स्तर पर फिट इंडिया क्विज के पंजीयन में प्रदेश का चौथा स्थान रहा। वर्ष 2020-21 में भारत सरकार द्वारा 819 विद्यार्थियों को इंस्पायर अवार्ड में 10 हजार रुपये के मान से राशि स्वीकृत की गई। इसी तरह वर्ष 2021-22 में 1512 विद्यार्थियों को 10 हजार रुपये के मान से राशि स्वीकृत की गई। कुमारी अनुष्का सोनी देहली पब्लिक स्कूल जबलपुर ने राष्ट्रीय कला उत्सव 2020 में शास्त्रीय संगीतवादन में बालिका वर्ग में तृतीय स्थान प्राप्त करने पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बधाई दी। नीति आयोग द्वारा प्रदेश में संचालित एसएटीएच प्रोजेक्ट को 2 वर्ष के लिए आगे बढ़ाये जाने के प्रस्ताव पर विचार- विमर्श किया गया।