खुद का व्यवसाय शुरू करने की दिखी खुशियां
जबलपुर। स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर यहां मानस भवन में जिला स्तर पर आयोजित रोजगार दिवस के कार्यक्रम में स्वरोजगार योजना के तहत ऋण प्राप्त करने वाले युवाओं के चेहरे पर स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने की खुशी झलक रही थी। इनमें से करीब १० युवा ऐसे थे जिन्हे प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत १५ से २५ लाख रूपये का ऋण स्वरोजगार स्थापित करने बैंकों से प्राप्त हुआ। जबकि कई ऐसे हाथ ठेला और फुटपाथ पर बैठकर छोटा-मोटा व्यवसाय करने वाले भी शामिल थे जिनका धंधा लॉकडाउन के कारण प्रभावित हुआ था और उन्हे व्यवसाय फिर से पटरी पर लाने प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना एवं मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेंडर योजना के तहत मिली १० हजार की ऋण राशि चुका देने के बाद व्यवसाय को बढ़ाने २०-२० हजार रुपये का ऋण प्रदान किया गया। इन्ही में से एक अधारताल निवासी पान का ठेला चलाने वाले संतोष दाहिया ने प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना के तहत आज २० हजार का ऋण प्राप्त होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार जताया। संतोष दाहिया ने कहा कि कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन के कारण उसका व्यवसाय बंद हो गया था। उसके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था। ऐसे में प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना के तहत नगर निगम के माध्यम उसे १० हजार रूपये का ब्याज मुक्त ऋण मिला। इस मदद से उसका व्यवसाय फिर चल निकला। उसने तय समय के भीतर इस ऋण को चुका दिया और पुन: इस योजना के तहत २० हजार रूपये का ऋण मिला है। संतोष ने कहा कि वो राशि से अपने व्यवसाय को और आगे बढ़ायेगा। कुछ ऐसा ही कहना था दिनेश श्रीवास का। दिनेश अधारताल में सैलून का संचालक है। लॉकडाउन में उनका यह व्यवसाय बंद हो गया था। प्रधानमंत्री स्वनिधी योजना से मिले दस हजार रुपये की ऋण राशि से उसने व्यवसाय को पुनः: शुरू किया और पूर्व में मिली ऋण राशि चुका देने पर आज उसे पुन: २० हजार रुपये का ऋण मिला। दिनेश ने छोटे व्यावसायियों के हित में इस योजना को प्रारंभ करने के लिये प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि इस योजना ने छोटे व्यावसायियों को बड़ा संबल प्रदान किया है। रोजगार दिवस के कार्यक्रम में स्वरोजगार ऋण योजनाओं के तहत लाभ पाने वाले तीन हितग्राही ऐसे भी थे जिन्हे मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत २-२ लाख का ऋण मिला है। इनमें से भेड़ाघाट में साइकिल स्टैंड के पास होटल और रेस्टोरेंट संचालित कर रहे भूरालाल यादव, लम्हेटाघाट में किराना दुकान चला रहे विनोद कुमार पटैल एवं पनागर में लोअर बनाने का कारखाना संचालित कर रहे जितेन्द्र कुमार पटैल शामिल है। इन तीनों ने ऋण मिलने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऋण के रूप में मिली इस राशि से अपने व्यवसाय को बेहतर ढंग से चला सकेंगे। युवा जितेन्द्र पटेल का कहना था कि पिछले कई वर्षों से लोअर बनाने का काम रहा है। उसके कारखाने में आठ सिलाई मशीनें भी है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत ऋण में मिली दो लाख रुपये की राशि से अब वह लोअर बनाने से इस्तेमाल होने वाला कपड़ा बड़े पैमाने पर खरीद सकेगा। इससे उसकी आय तो बढ़ेगी ही अब दूसरे लोगों को भी रोजगार दे सकेगा।