इन्दौर । खजराना गणेश मंदिर पर परंपरागत तिल चतुर्थी महोत्सव शुक्रवार 21 जनवरी से प्रारंभ हो रहा है। महोत्सव का शुभारंभ शुक्रवार को सुबह 10 बजे कलेक्टर एवं मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मनीषसिंह, मंदिर प्रशासक एवं निगमायुक्त श्रीमती प्रतिभा पाल तथा मंदिर प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों द्वारा भगवान गणेशजी को भोग लगाकर किया जाएगा। इस अवसर पर भक्त मंडल की ओर से 51 हजार तिल-गुड़ के लड्डुओं का निर्माण कार्य आज पूरा हो गया है। आज रात्रि को 12 बजे गणेशजी को 51 हजार लड्डू समर्पित कर दिए गए हैं।
भक्त मंडल के अरविंद बागड़ी एवं कैलाश पंत ने बताया कि इस बार तिल चतुर्थी मेला नहीं लगेगा। भक्त मंडल की ओर से गत 16 जनवरी से 51 हजार लड्डुओं के निर्माण का कार्य भोजनशाला में प्रारंभ कर दिया गया था। इन लड्डुओं का निर्माण पूरा हो चुका है। आज रात्रि को मंदिर के पुजारियों द्वारा लड्डुओं को खजराना गणेश को समर्पित कर दिया गया। शुक्रवार को सुबह 10 बजे कलेक्टर मनीषसिंह, निगमायुक्त श्रीमती प्रतिभा पाल एवं मंदिर प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों द्वारा ध्वजा पूजन कर गणेशजी को स्वर्ण मुकुट सहित सोने के अन्य अभूषण धारण कराए जाएंगे, उसके बाद गणेशजी को लड्डुओं का भोग लगाकर भक्तों में वितरण का शुभारंभ किया जाएगा। शुक्रवार की रात्रि को श्रीधर झरकर छोटे पागल बाबा की भजन संध्या भी रात 8 बजे से होगी। मंदिर में दर्शन की व्यवस्था महाकाल की तर्ज पर रहेगी, जिससे भक्तों को आधे घंटे से अधिक की प्रतिक्षा नहीं करना पड़ेगी। शनिवार को गणेशजी को भक्त मंडल की ओर से गोंद के 11 हजार लड्डुओं का भोग समर्पित किया जाएगा। शनिवार की रात्रि को भी भजन संध्या होगी। मंदिर को आकर्षक रोशनी एवं पुष्प सज्जा से श्रृंगारित किया गया है। कोरोना की बढ़ती संख्या को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने भक्तों से कोरोना प्रोटोकाल के नियमों का अनिवार्यतः पालन करने का आग्रह किया है। मंदिर पहुंचने वाले सभी मार्गों पर भी पर्याप्त रोशनी आदि की व्यवस्था की गई है।