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हर मर्ज की दवा है
माँ के पास
डांट और फटकार है तो
असीम प्यार भी है
माँ के पास
माँ तो ममता का सागर है
देख कर आँसू हमारे
अपने आँसू भुला देती है
हर गलती हमारी माफ कर
गले लगा लेती है माँ
अपनी हर खुशी
बच्चों पर लुटा देती है
हर सुख-दुःख में बहुत
याद आती है माँ
संघर्ष से तपते जीवन की
शीतल छाँव है माँ
निष्ठुर दुनिया में
मखमली एहसास है माँ
सबसे पहला रिश्ता है माँ
जननी बनकर हमको
रिश्ते निभाना सिखाती
भगवान भी झुक जाए
जिन के आगे वो है
दुनियां में सबसे प्यारी माँ !
● योगिता जोशी
झोटवाड़ा, जयपुर (राज.)