इन्दौर । देवी अहिल्या साँई भक्त सेवा समिति द्वारा राम नवमी पर खातीपुरा स्थित सांई बाबा मंदिर से आरती के बाद शाम 6 बजे सांई बाबा की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। लाव-लश्कर के साथ निकली बाबा की पालकी में 150 से अधिक मंचों से विभिन्न संस्थाओं ने शोभायात्रा व सांई बाबा की पालकी का स्वागत भी किया। शोभायात्रा के मार्ग में गोमती व्यायामशाला के कलाकार यात्रा के मार्ग में करतब दिखाते हुए चल रहे थे।
देवी अहिल्या सांई सोशल भक्त समिति अध्यक्ष भोलासिंह ठाकुर, भूपेंद्र चौपड़ा, रजनीकांत जोशी ने बताया कि साधु-संतों के सान्निध्य में महाआरती कर शोभायात्रा का शुभारंभ किया गया। शोभायात्रा में बैंड़-बाजे, घोड़े, बग्घी, पालकी के साथ-साथ भगवान की झांकी भी थी जो मार्ग में सभी के आकर्षण का केंद्र रही। शोभायात्रा खातीपुरा स्थित सांई मंदिर से प्रारंभ हुई। शोभायात्रा के मार्ग में सभी भक्तों ने आने-जाने वाले राहगीरों को स्वच्छता के साथ ही सामाजिक सरोकार के संदेश भी दिए। मार्ग में भक्तों के लिए विभिन्न समितियों द्वारा स्वलपाहार की व्यवस्था भी की गई थी। जहां के एक ओर सांई बाबा की शोभायात्रा निकल रही थी तो वहीं दुसरी मंदिरों में जय सियाराम के जयकारे भी युवा लगाते दिखे। जैसे-जैसे सांई भक्तों की शोभायात्रा राजबाड़ा पहुंची वहां का माहौल देखने लायक था। राजबाड़ा पहुंचने पर वहां के व्यापारियों के साथ-साथ ग्राहकों ने भी सांई बाबा का पूजन कर आशीर्वाद लिया। सांई बाबा की शोभायात्रा लाव-लश्कर के साथ निकाली गई। शोभायात्रा में सांई बाबा की पालकी, धुनी की गाड़ी, बैंड-बाजे, ढोल-ताशे, छत्र, बाबा का स्वरूप, झांकियां, घोड़े-बग्घियां सहित लाव-लश्कर के साथ सांई बाबा प्रजा का हाल जानने निकले। सांई बाबा की पालकी यात्रा में यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से रखने के लिए 50 से अधिक कार्यकर्ताओं ने जिम्मेदारी सम्हाली। शोभायात्रा कोठारी मार्केट स्थित खातीपुरा सांई मंदिर से प्रारंभ होकर रानीपुरा, नगर निगम, राजबाड़ा, एमजी रोड़ होते हुए पुन: खातीपुरा सांई मंदिर पहुंची, जहां आरती के पश्चात महाप्रसादी का वितरण हुआ।