अहमदाबाद | केन्द्री य सरकारी कार्यालयों की नगर राजभाषा कार्यान्व यन समिति की इस वर्ष की प्रथम छमाही बैठक प्रकाश बुटानी, प्रभारी महाप्रबंधक, पश्चिम रेलवे की अध्य क्षता में 25 मई, 2022 को ऑनलाइन/ऑफलाइन रूप में संपन्न हुई। बैठक में पश्चिम रेलवे के मुख्यी राजभाषा अधिकारी सुरेन्द्र् कुमार ने अध्यइक्ष, गृह मंत्रालय के प्रतिनिधियों एवं सभी सदस्यों का स्वाखगत करते हुए अपने संबोधन में हिंदी प्रतियोगिताओं में सफल अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दी और कहा कि नराकास के सभी सदस्यत कार्यालयों में वर्ष 2022-23 के दौरान राजभाषा को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए सभी सदस्य कार्यालयों को वार्षिक कार्यक्रम की प्रति उपलब्ध2 कराई गई है। उन्हों ने सभी से आग्रह किया कि इस वार्षिक कार्यक्रम में राजभाषा को लागू करने के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किए हैं उन्हें एक गहन एवं व्यापक कार्य योजना बनाकर प्राप्त किया जाए। अध्येक्ष प्रकाश बुटानी ने समिति के सभी सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदी का एक विशेष स्थान है क्योंकि इसे देश का बहुमत समझता है। हिंदी ने भारत की स्वतंत्रता में भी अमूल्य योगदान दिया था और आज भी राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने में हिंदी की भूमिका प्रासंगिक है। इन्हीं कारणों से हिंदी को भारतीय संविधान में राजभाषा के रुप में स्वीकार किया गया है। इसलिए सरकारी कार्य राजभाषा में करना, सरकारी सेवा से जुड़े हुए प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी के लिए संविधान के प्रावधानों के अनुसार आवश्यक है। इस बैठक में मुंबई स्थित केन्द्रे सरकार के कार्यालयों में अक्टूवबर-2021 से मार्च-2022 के दौरान राजभाषा कार्यान्वबयन में हुई प्रगति संबंधी आंकड़ों को समिति के सदस्य सचिव डॉ. सुशील कुमार शर्मा द्वारा प्रस्तुनत किया गया और राजभाषा कार्यान्वडयन में हुई प्रगति की समीक्षा की गई। साथ ही कार्यालयों में राजभाषा को लागू करने के लिए कई सार्थक एवं नीतिगत निर्णय लिए गए। बैठक में मार्च/अप्रैल-2022 के दौरान समिति द्वारा आयोजित विभिन्नई हिंदी प्रतियोगिताओं में विजेता 45 प्रतिभागियों को और इन प्रतियोगिताओं में निर्णायक की भूमिका निभाने वाले 13 अधिकारियों को सम्मागनित किया गया। इस अवसर पर नराकास द्वारा प्रकाशित ‘राजभाषा-प्रवाह’ पत्रिका के 14वें अंक का अध्यइक्ष महोदय द्वारा विमोचन किया गया और वर्ष 2021-22 के दौरान राजभाषा में उत्कृिष्टक एवं उल्लेिखनीय कार्य करने वाले तीन सरकारी कार्यालयों क्रमश: केन्द्री य कपास प्रौद्योगिकी अनुसंधान संस्था न, माटुंगा, मुंबई, मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, मुंबई सेंट्रल मंडल, पश्चिम रेलवे और क्षेत्रीय यूनानी चिकित्सास अनुसंधान संस्थाटन, भायखला, मुंबई को राजभाषा-शील्ड एवं प्रशस्ति-पत्र से भी सम्मािनित किया गया। बैठक में मध्य रेल, भौतिक चिकित्साक एवं पुनर्वास संस्थांन,बाल चित्र समिति, आयकर विभाग, रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (नौसेना), क्षेत्रीय मौसम विभाग, कर्मचारी राज्यए बीमा आयोग, परमाणु ऊर्जा विभाग, फिल्मर प्रभाग आदि केन्द्र सरकार के कार्यालयों के विभागाध्य्क्ष एवं प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक के दौरान अध्यिक्ष महोदय ने समिति के सदस्यर कार्यालयों में राजभाषा हिंदी में हो रहे कार्यों की प्रशंसा की। अंत में सुरेश चन्द्र , वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी ने धन्यरवाद ज्ञापन प्रस्तुंत किया।