नई दिल्ली। दिल्ली में आप सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन की ईडी द्वारा मनी लॉन्डि्ग के आरोपों में गिरफ्तारी के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने केजरीवाल सरकार को निशाने पर लिया। केंद्रीय मंत्री ईरानी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक भ्रष्ट व्यक्ति को क्लीन चिट दी। उन्होंने यह घोषणा की कि सत्येंद्र जैन के खिलाफ जो आरोप हैं, वहां सभी तथ्यों से बहुत दूर हैं। केजरीवाल ने सतेंद्र जैन को जनता की अदालत में बरी कर दिया। इसकारण आज मैं कुछ प्रश्न पूछने के लिए विवश हूं।
मेरा पहला सवाल केजरीवाल जी से ये है कि क्या वहां इस बात को स्पष्ट कर सकते हैं कि सतेंद्र जैन ने 4 शैल कंपनियों को अपने परिवार के सदस्यों के माध्यम से 16.39 करोड़ रुपये की, 56 शैल कंपनियों के माध्यम से, हवाला ऑपरेटर्स के सहयोग से, 2010-16 तक मनी लॉन्ड्रिंग की या नहीं। ईरानी ने पूछा कि केजरीवाल जी, क्या ये सत्य है कि प्रिंसिपल कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स ने इस बात को कहा कि 16.39 करोड़ के कालेधन के सही मालिक स्वयं सतेन्द्र जैन हैं? क्या ये सत्य है कि डिविजन बैंच दिल्ली हाईकोर्ट ने 2019 के अपने एक ऑर्डर में इसकी पुष्टि की कि सतेंद्र जैन ने मनी लॉन्ड्रिंग की है? केजरीवाल से स्मृति ईरानी ने चौथा सवाल पूछते हुए कहा कि क्या ये सत्य है कि दिल्ली हाईकोर्ट की डिविजन बेंच ने 21 अगस्त 2019 के अपने ऑर्डर में इसकी पुष्टि की कि सत्येंद्र जैन ने 16 करोड़ 39 लाख रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग की। अगर केजरीवाल जी के पास कोर्ट के इस दस्तावेज की कोई कॉपी नहीं हैं, तब भाजपा के कार्यकर्ता विधिवत बड़े सम्मान के साथ ऑर्डर की कॉपी उन्हें भेज सकते हैं।
स्मृति ईरानी ने पूछा कि क्या ये सत्य है कि सत्येंद्र जैन सेल कंपनियों के मालिक हैं। उन सेल कंपनियों के नाम इंफो सोल्यूशंस, अकिंचन डेवलपर्स, मंगलायतन प्रोजेक्ट्स और इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड हैं। इन कंपनियों को वहां अपनी पत्नी के साथ शेयर होल्डिंग के माध्यम से कंट्रोल करते हैं। इसके अलावा जेजे स्टील आइडियल लिमिटेड में मैजोरिटी शेयर होल्डिग सत्येंद्र जैन और उनके परिवार की है। जिस मंगलवार को केजरीवाल प्रेस के माध्यम से ढांढस बंधा रहे थे। ईरानी ने पूछा कि क्या ये सत्य है कि जैन ने 200 बीघा जमीन औचंदी, बवाना, कराला और मोहम्मद माजवी गांवों में अनऑथराइज कॉलोनी के संदर्भ में इस काले धन के माध्यम से मालिकाना हक इन सेल कंपनियों के माध्यम से सत्येंद्र जैन की बेनिफट में आया। क्या ये सत्य है कि जो 200 बीघा जमीन है, वहां उन अनऑर्थराइज कॉलोनियों के आसपास है, जिसके संदर्भ में मंत्रालय जैन और आप के माध्यम से कारण बना कि वहां अन ऑर्थराइज कॉलोनी रेगुलराइज होगी।