घरेलू कामकाजी वर्कर हमारे परिवार की जीवन रेखा हैं : जिला न्यायाधीश श्रीवास्तव –

इन्दौर । प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सुबोध कुमार जैन के मार्गदर्शन में आज अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं मध्यप्रदेश घरेलू कामकाजी ट्रेड यूनियन के संयुक्त तत्वावधान में नेहरु पार्क इन्दौर में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मनीष कुमार श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में उपस्थित कामकाजी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी दिवस की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आप जैसे कुशल कामकाजी महिलाओं/कामगारों की बदौलत ही बहुत बड़ी संख्या में अनेक परिवारों की दिनचर्या एवं दैनिक गतिविधि सुचारू रूप से चल पाती है। वर्तमान में समाज को कामकाजी महिलाओं के प्रति अपने दृष्टिकोण को बदलने की जरूरत है। परिवार व समाज में उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार करने एवं संबोधन हेतु कामवाली बाई के स्थान पर जीवन रेखा की संज्ञा दी जाना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि घरेलू कामगारों को सप्ताह में एक दिन छुट्टी देने एवं आकस्मिक परिस्थितियों में उनके साथ संवेदनशीलता दिखाने तथा उनके हुनर को प्रोत्साहित कर उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त किये जाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने समस्त महिला कामगारों को निःशुल्क विधिक सहायता/सलाह प्राप्त करने की प्रक्रिया, विधिक सेवा योजनाओं के क्रियान्वयन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की भूमिका, जनउपयोगी लोक अदालत के साथ ही घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण क़ानून, भरण-पोषण, जमीन संपत्ति क्रय विक्रय के दौरान बरती जाने वाली सावधानी के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी। नालसा टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 15100 एवं मोबाइल एप्प के माध्यम से एवं आवश्यकता पड़ने पर व्यक्तिगत रूप से विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में आकर जिला न्यायाधीश/सचिव तथा जिला विधिक सहायता अधिकारी से संपर्क कर निःशुल्क विधिक सेवा योजनाओं का लाभ लेने हेतु आह्वान किया।
म.प्र. घरेलू कामकाजी ट्रेड यूनियन की निर्देशिका सिस्टर रोजिना जोसफ ने स्वागत उदबोधन में कहा कि आज हम अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी दिवस मना रहे हैं, वर्ष 2022 हेतु अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी दिवस की थीम “सभी काम हमारा सपना है, हार मत मानो” है। मैं आज उन सभी घरेलू कामगारों को सलाम करती हूँ एवं विशेष रूप से घरेलू कामगारों के कल्याण के लिए क़ानून लाने के लिए केंद्र और राज्य सरकार से सकारात्मक हस्तक्षेप की उम्मीद करती हूँ। सिस्टर जोसेफ ने म.प्र. घरेलू कामकाजी ट्रेड यूनियन की गतिविधियों एवं कार्य क्षेत्र पर प्रकाश डालते हुए संस्था की उपलब्धियों के बारे में बताया। साथ ही यूनियन द्वारा महिलाओं को घरेलू कामकाज के अतिरिक्त बुनियादी प्रशिक्षण के माध्यम से आर्थिक स्वावलंबन हेतु किये जा रहे प्रोत्साहन करों की जानकारी दी।
सहायक विधि अधिकारी नगर निगम इन्दौर गोविन्द कौशल ने पेंशन एवं राशन प्रदाय के सम्बन्ध में बताया। सिटी प्रोग्राम मैनेजर नगर निगम इन्दौर दीप्ति रावत ने निगम द्वारा राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत क्रियान्वित की जा रही योजनाओं के साथ ही श्रमिकों के पंजीयन पर प्रकाश डाला एवं कामकाजी महिलाओं को उक्त योजनाओं का लाभ उठाने हेतु प्रेरित किया।
श्रम निरीक्षक रविन्द्र दुबे ने श्रम विभाग की योजनाओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी देकर महिलाओं का मार्गदर्शन किया।
उच्च न्यायालय अधिवक्ता अभिनव धनोतकर ने भी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी दिवस की शुभकामनायें देते हुए महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होने पर बल दिया।
श्रमिक नेता एवं सचिव इंटक हरनाम सिंह धारीवाल ने कहा कि आज हम संगठन के साथ हैं तो हम सब एक हैं- इसलिए संगठन सर्वोपरि है। संगठन हमें हमारे अधिकारों के प्रति जागरूक करती है। घरेलू कामगारों का यह संगठन निश्चित रूप से कामगारों के कल्याण एवं उनके हितों की रक्षा हेतु कार्य करेगा।
विधिक साक्षरता शिविर के दौरान नुक्कड़ नाटक अभिनेता ताबिश मालिक एवं उनकी टीम द्वारा नुक्कड़ नाटक “एक घरेलू कामकाजी महिला का हुनर” का मंचन कर सभी का दिल जीत लिया।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में इन्दौर की विभिन्न बस्तियों से लगभग 500 घरेलू कामगार महिलायें व बाल अधिकार आन्दोलन के बच्चों ने भाग लिया।