नई दिल्ली । कॉग्रेस नेता शेख हुसैन द्वारा देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अभद्र टिप्पणी किए जाने पर आज दक्षिणी दिल्ली सांसद रमेश बिधूड़ी के नेतृत्व में हजारों की संख्या में दक्षिणी दिल्ली भाजपा कायर्कर्ताओं ने अकबर रोड़ स्थित कॉग्रेस मुख्यालय पर विरोध-प्रदशर्न कर अपना रोष प्रकट किया।
इस दौरान सांसद रमेश बिधूड़ी ने कहा कि कॉग्रेस की जेहादी मानसिकता के लोगों को शरण देने की प्रवृति के खिलाफ देश के मा. प्रधानमंत्री जी के बारे में अभद्र भाषा का उपयोग कर के जो देश के सवा सौ करोड़ लोगों का अपमान है। दुनिया के अन्दर आज भारत की स्थिति क्या है, क्वेड समिट में देखा गया कि विश्व के शक्तिशाली देश कहे जाने वाले विकसित देश अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया व जापान जैसे देश के प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति, मोदी जी के साथ कदम से कदम मिला कर चलते हैं, जहॉं इससे पहले हमारे प्रधानमंत्रियों को कभी पूछा भी नहीं जाया करता था। यूक्रेन व रूस युद्ध के अन्दर यूक्रेन में 12 हजार व रूस में फंसे हजारों भारत के नागरिकों को रूस के मा0 राष्ट्रपति से बात कर के उनको कोरिडोर दिलवा कर भारत के हजारों नागरिकों को सुरक्षित निकाल कर लाने का कार्य पूरी दुनिया में किसी ने किया है तो वो केवल देश के प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने किया है। तो यह देश के सवा सौ करोड़ लोगों की भावनाओं को आहात करने वाला है जो कॉग्रेस बार-बार बयान दिलवाती है जिसको देशवासी बदार्श्त नहीं करेंगे, इसलिए कॉग्रेस का दफ्तर भी अब जेहादी मानसिकता को शरण देने वाला सिम्मी व पी.एफ.आई की तरह का दफ्तर नजर आने लगा है देशवासियों को, कॉग्रेस के मुख्यालय को अब बन्द कर देना चाहिए क्योंकि लंदन में कॉग्रेस का राजकुमार जब गया तो वहां खालिस्तान व कॉग्रेस जिंदाबाद के नारे लगे और हिन्दुस्तान मुदार्बाद के नारे लगे थे, इसका मतलब कहीं ना कहीं कॉग्रेस की संलिप्तता नजर आती है कभी चाईना के साथ तो कभी भारत के दुश्मन देशों के साथ में। अब भारत के अपमान को सवा सौ करोड़ लोग सहन नहीं करेंगे और इसलिए आज 24 अकबर रोड़ कॉग्रेस के मुख्यालय को बन्द करने के लिए व ज्ञापन देने के लिए भारतीय जनता पार्टी के हजारों की संख्या में कायकर्ता एकत्रित हुए।
श्री बिधूड़ी ने आगे कहा कि शेख हुसैन कॉग्रेस महाराष्ट्र की शाखा का प्रमुख व्यक्ति है व कॉग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष रहा है तथा महाराष्ट्र के अन्दर इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है, अगर कॉग्रेस जेहादी मानसिकता की समथर्न नहीं है तो वह यह बताए की उसकी गिरफ्तारी कब कराएगी? या कॉग्रेस यह कह कर पल्ला झाड़ रही है कि यह उनके व्यक्तिगत शब्द हो सकते हैं तो यही बात कॉग्रेस ने भारत तेरे टुकड़े होंगे के साथ व अन्य विपक्षी नेताओं के साथ मिलकर कहा था कि ‘यह फ्रीडम ऑफ स्पीच का राइट है’ अगर कॉग्रेस फिर यही स्पीच लेकर पल्ला झाड़ना चाहती है, तो फिर वह कॉग्रेस में क्यों है? कॉग्रेस इसका जवाब दे, अगर कॉग्रेस की संलिप्तता उसमें नहीं है व कॉग्रेस की शह उसे नहीं तो कॉग्रेस से बाहर का रास्ता उसको क्यों नहीं दिखाया गया जो देश के सवा सौ करोड़ लोगों के अपमान करने के लिए इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करते हैं।