नई दिल्ली । सशस्त्र बलों में भर्ती से संबंधित ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ प्रदर्शन के कारण अब तक 200 से अधिक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। रेलवे ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। रेलवे ने कहा कि बुधवार को प्रदर्शन शुरू होने के बाद से 35 ट्रेन रद्द हुई हैं, जबकि 13 ट्रेनों की सेवा गंतव्य से पहले ही समाप्त कर दी गई। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने युवाओं से रेलवे संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, मैं युवाओं से हिंसक विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं होने और रेलवे की संपत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाने की अपील करता हूं। प्रदर्शन का सबसे अधिक प्रभाव पूर्व मध्य रेलवे पर पड़ा है, इसके अंतर्गत बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कई हिस्से आते हैं। इन राज्यों में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन देखा गया है। इसके कारण पूर्व मध्य रेलवे ने प्रदर्शन के कारण आठ ट्रेनों के परिचालन की निगरानी करने का फैसला भी किया है।
अधिकारियों ने बताया कि वे इन ट्रेनों की आवाजाही पर नजर रख रहे हैं, स्थिति के अनुसार उनके परिचलान के संबंध में निर्णय लेने हैं। इन ट्रेनों में 12303 हावड़ा-नयी दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस, 12353 हावड़ा-लालकुंआ एक्सप्रेस, 18622 रांची-पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, 18182 दानापुर-टाटा एक्सप्रेस, 22387 हावड़ा-धनबाद ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस, 13512 आसनसोल -टाटा एक्सप्रेस, 13032 जयनगर-हावड़ा एक्सप्रेस और 13409 मालदा टाउन-किऊल एक्सप्रेस शामिल हैं। पूर्व मध्य रेलवे की दो ट्रेन 12335 मालदा टाउन-लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस और 12273 हावड़ा-नई दिल्ली दूरंतो एक्सप्रेस रद्द की गई हैं। रद्द कर गयी अन्य ट्रेनों का ब्यौरा तत्काल उपलब्ध नहीं है। रेलवे ने कहा कि पूर्व मध्य के क्षेत्राधिकार से उत्तर सीमांत रेलवे की कई ट्रेन गुजरती हैं और उनमें से तीन प्रभावित हुई है।
प्रदर्शनकारियों ने पूर्व मध्य रेलवे की तीन ट्रेनों और एक खाली ट्रेन को नुकसान पहुंचाया। उत्तर प्रदेश के बलिया में ‘वाशिंग लाइन’ पर खड़ी एक ट्रेन के एक डिब्बे को भी क्षति पहुंचायी गयी। अल्पकालिक अनुबंध के आधार पर सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए केंद्र की अग्निपथ योजना के विरोध में गुस्साई भीड़ ने ट्रेनों और रेलवे संपत्ति को निशाना बनाया है। हिंसक प्रदर्शनकारियों ने पूर्व मध्य रेलवे (ईसीआर) में तीन ट्रेनों और कुलहड़िया (ईसीआर में ही) में एक खाली डिब्बे को क्षतिग्रस्त कर दिया। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि अचल संपत्ति के नुकसान का आकलन फिलहाल मुश्किल है। बलिया में प्रदर्शनकारी युवाओं ने ‘भारत माता की जय’ और ‘अग्निपथ वापस लो’ जैसे नारे लगाते हुए एक खाली ट्रेन में आग लगा दी और कुछ अन्य ट्रेनों में तोड़फोड़ की। इसके बाद पुलिस को उन पर लाठीचार्ज करना पड़ा। सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों द्वारा तोड़फोड़ करने और ट्रेन में आग लगाने की भी खबर आयी है।