डॉ आम्बेडकर‘ने महिला सशक्तिकरण के लिए आवाज उठाई 

 ‘एक महानायक- डॉ बी.आर.आम्बेडकर‘ में एक और महत्वपूर्ण सामाजिक मुद्दे पर रोशनी डाली जा रही है। महिला सशक्तिकरण का यह मुद्दा, बाबासाहब के जीवन के सफर से जुड़ा है। आगामी कहानी में, रमाबाई (नारायणी महेश वरणे) और लक्ष्मीबाई (शगुन सिंह), घरेलू हिंसा का शिकार सरला नाम की एक महिला की मदद करते हैं। झुग्गी में रहने वालों के विरोध के बावजूद, वे दोनों एक बड़ा कदम उठाती हैं और सरला को अपने घर लेकर जाती हैं। उसकी तकलीफ के बारे में जानकर, भीमराव (अर्थव), उसे उसके अधिकारों के बारे में बताते हैं और उसे रमाबाई की मदद से जवाब देने के लिये प्रेरित करते हैं। युवा भीमराव की भूमिका निभा रहे, अथर्व कहते हैं,‘‘बाबासाहेब का एक मशहूर वक्तव्य है-‘‘मैं किसी समुदाय का विकास, वहां की महिलाओं द्वारा अर्जित की गई सफलता से मापता हूं।‘‘