स्व-सहायता समूह बन गए हैं अब राष्ट्र सहायता समूह

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि महिलाओं के संकल्प और अथक परिश्रम से स्व-सहायता समूह अब राष्ट्र सहायता समूह बन गए हैं। उन्होंने कहा कि श्योपुर में मिला लाखों माताओं का आशीर्वाद उनके लिए रक्षा कवच, प्रेरणा और शक्ति का स्त्रोत है। महिला स्व-सहायता समूहों की शक्ति आजादी के अमृत काल में आत्म-निर्भर भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। प्रधानमंत्री मोदी आत्म-निर्भर भारत की नई इबारत लिख रहे महिला स्व-सहायता समूहों के विशाल सम्मेलन को श्योपुर के कराहल में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा देश की महिलाओं ने हर चुनौती का अपनी उद्यमशीलता से सामना किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने विश्वकर्मा जयंती पर सभी को बधाई और शुभकामनाएँ दी। प्रधानमंत्री मोदी के आहवान पर उपस्थित जन-समूह ने श्योपुर के कूनों राष्ट्रीय उद्यान में आज छोड़े गये चीतों का सम्मान और पुनर्स्थापना के लिये चीता प्रदान करने वाले मित्र देश नामीबिया का खड़े होकर तालियों के साथ आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री श्रीशिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि उनके जीवन का एक-एक पल देश की जनता के लिए समर्पित है। केन्द्रीय पंचायत राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी गाँव, गरीब, किसान और अपनी बहनों से चर्चा करने लिए श्योपुर के कराहल में पधारे हैं।
श्योपुर जिले के पर्वतीय एवं वनांचल क्षेत्र में बसे आदिवासी बहुल विकासखण्ड मुख्यालय कराहल के मॉडल स्कूल परिसर में आयोजित हुए विशाल एवं भव्य स्व-सहायता समूह सम्मेलन में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय नागरिक विमानन एवं इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेन्द्र कुमार, केन्द्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल और केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित सांसद और राज्य सरकार के मंत्री मंचासीन थे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्व-सहायता समूहों से जुड़ी बहनों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि जहाँ महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ता है, वहाँ सफलता अपने आप तय हो जाती है। स्वच्छ भारत अभियान की सफलता इसका उदाहरण है। इसी बात को ध्यान में रखकर सरकार द्वारा अधिक से अधिक क्षेत्रों में महिलाओं को प्रबंधन से जोड़ा जा रहा है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के माध्यम से पूरे देश में अब तक 8 करोड़ से अधिक बहनें स्व-सहायता समूहों से जुड़ चुकी हैं। इससे सीधे 8 करोड़ परिवार लाभान्वित हुए हैं। हमारा लक्ष्य है कि हर परिवार से एक महिला इस अभियान से जुड़े। उन्होंने कहा स्व-सहायता समूहों से जुड़कर महिलायें खेती, डिजिटल सेवा, शिक्षा, बीमा, बैंकिंग व भण्डारण व्यवस्था में प्रभावी भूमिका निभा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार ने स्व-सहायता समूहों को दी जाने वाली सहायता में बीते 7 साल में 13 गुनी बढ़ोत्तरी की है। सरकार अब बिना गारंटी के महिला स्व-सहायता समूहों को 20 लाख रूपए तक की आर्थिक सहायता मुहैया करा रही है। साथ ही जल जीवन मिशन के तहत मूर्तरूप ले रहीं नल-जल योजनाओं के संचालन व रख-रखाव में भी महिलायें महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। सरकार ने पिछले तीन वर्षों में जल जीवन मिशन के तहत 7 करोड़ नए नल कनेक्शन दिए हैं जिनमें मध्यप्रदेश के 40 लाख घरों को मिले नल कनेक्शन भी शामिल हैं।

समूहों के उत्पादों को बाजार मुहैया कराने में मध्यप्रदेश सरकार के प्रयास सराहनीय
प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा स्व-सहायता समूहों के उत्पादों को बाजार तक पहुँचाने के लिये किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि खुशी की बात है मध्यप्रदेश सरकार द्वारा समूहों के लिये खासतौर पर बनाए गए हाट-बाजारों से समूहों ने अपने उत्पादों की 5 सौ करोड़ रूपए से अधिक की बिक्री की है। उन्होंने कहा आदिवासी अंचल में वनोपज को बेहतरीन उत्पादों में बदलने के लिये अनुसूचित जनजाति की बहनें अच्छा काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री वन – धन योजना और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का लाभ भी समूहों को मिल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन में मौजूद महिलाओं का आह्वान किया कि वे सरकार द्वारा बनाए गए गवर्नमेंट-ई-मार्केट (जेम) पोर्टल पर पंजीयन कर “सरस” लिंक पर जाकर स्व-सहायता समूह अपने उत्पादों को बेच सकते हैं। प्रधानमंत्री ने श्योपुर जिले के प्रसिद्ध लकड़ी उत्पादों को भी सरस पोर्टल पर पंजीकृत करने के लिये कहा।

सरकार ने बेटियों के लिये बंद दरवाजे खोल दिए हैं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा सरकार के कारगर प्रयासों से आर्थिक फैसलों में महिलाओं की भूमिका लगातार बढ़ रही है। सरकार ने बेटियों के लिये बंद दरवाजे खोल दिए हैं। भारत माँ की बेटियाँ अब सीमा पर भारत माँ की रक्षा के लिये डटी हैं। सेनाओं में अब महिलाओं की संख्या दोगुनी हो गई है। आज 35 हज़ार से अधिक बेटियाँ आतंकवादियों को धूल चटा रही हैं। सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिये 2 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना में घर का मालिक बनाया है। साथ ही 11 करोड़ शौचालय बनवाए हैं। इसी तरह सरकार ने मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के खाते में 11 हजार करोड़ रूपए की राशि अंतरित की है। इनमें से 1300 करोड़ रूपए की राशि महिलाओं को मिली है।

हर मुसीबत झेलेंगे पर चीतों पर आँच नहीं आने देंगे
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने जन्मदिन पर कूनो – पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में चीते छोड़ने के बाद स्व-सहायता समूह सम्मेलन में भाग लेने पहुँचे। उन्होंने स्व-सहायता समूह सम्मेलन में मौजूद सहभागियों से दोनों हाथ उठवाकर संकल्प दिलाया कि हम सब अपने ऊपर मुसीबत झेल लेंगे पर सुदूर देश नामीबिया से आए चीतों पर आँच नहीं आने देंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विश्वास के साथ नामीबिया से आए चीतों को कूनो-पालपुर के लिये सुपुर्द किया है कि चीते यहाँ पूरी तरह सुरक्षित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 75 साल बाद 8 चीतें देश की धरती पर लौटे हैं। ये चीतें हम सबके मेहमान हैं।

आज हमें लाखों माताओं का आशीर्वाद मिला है
अपने जन्मदिन पर स्व-सहायता समूह की महिलाओं से संवाद करने आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भावुक होकर कहा कि जन्मदिन पर मेरी इच्छा रहती है कि अपनी माँ के चरण छूकर आशीर्वाद लूँ पर आज मुझे इस सम्मेलन के माध्यम से हजारों हजार माताओं, बहनों व बेटियों का आशीर्वाद मिला है। यह आशीर्वाद हमारे लिए बहुत बड़ी ताकत, ऊर्जा व प्रोत्साहन है। मेरी माताजी को भी इससे बड़ी प्रसन्नता मिलेगी।

प्रदेशवासी हैं आज प्रसन्न और आनंदित
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सारा देश जिनका घर है और सभी भारतवासी जिनका परिवार है, जो हर पल सबके कल्याण के लिये कार्यरत रहते हैं, ऐसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने जन्म-दिवस पर मध्यप्रदेश पधारे हैं, यह प्रदेशवासियों का सौभाग्य है। प्रदेशवासी आज प्रसन्न और आनंदित हैं। यह उनके लिये उत्सव का दिन है। प्रदेश में संचालित महिला स्व-सहायता समूहों की 43 लाख महिलाओं के प्रतिनिधिे के रूप में एक लाख महिलाएँ प्रधानमंत्री मोदी को सुनने तथा उनके जन्म-दिवस की शुभकामनाएँ देने यहाँ आयीं हैं। प्रधानमंत्री मोदी के जन्म-दिवस पर प्रदेश की सभी पंचायतों और नगरीय क्षेत्र के सभी वार्डों में केन्द्र और राज्य शासन की योजनाओं के सभी पात्र हितग्राहियों को जोड़ने के लिये विशेष शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। प्रदेश में रक्तदान शिविर और पौध-रोपण की गतिविधियाँ हो रही हैं। दिव्यांग भाई-बहनों को आवश्यक उपकरण वितरित किये जा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी का एक-एक पल देश की जनता के लिये समर्पित है। मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी को जन्म-दिवस पर बधाई देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व गुरू बन जाये, यही हमारी मंगल कामना है।

श्योपुर में चीतों का आना असाधारण घटना
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी श्योपुर और प्रदेश के लिये विशेष सौगात लेकर आये हैं। श्योपुर में चीतों का आना असाधारण घटना है। चीतों के आने से क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियाँ बढ़ेंगी और रोजगार के अवसर सृजित होंगे। चीतों के आने की सूचना से ही क्षेत्र में जमीनों के दाम बढ़े हैं। पर्यटन के लिये आवश्यक अधो-संरचना विकसित करने वालों को राज्य सरकार द्वारा विशेष सुविधाएँ और सहायता उपलब्ध कराई जायेगी। पर्यटन गतिविधियों और रोजगार सृजन से क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी। महिला स्व-सहायता समूहों के लिये अपनी गतिविधियों को विस्तार देने का भी यह अनुकूल अवसर है।

आजीविका मिशन से जुड़ी बहनें मजदूर से बन रहीं मालिक
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि कोरोना काल में प्रधानमंत्री मोदी के आहवान पर महिला स्व-सहायता समूहों ने मास्क, पीपीई किट और सेनेटाइजर बनाये। आजीविका मिशन से जुड़ी यह बहनें स्व-सहायता समूहों से जुड़ कर मजदूर से मालिक बन रही हैं। समूह की गतिविधियों से बहनों की आय में वृद्धि हो रही है। स्व-सहायता समूह केवल आर्थिक क्षेत्र में ही नहीं बल्कि सामाजिक और राजनैतिक क्षेत्र में बदलाव का माध्यम बने हैं। हाल ही में प्रदेश में हुए पंचायत चुनावों में स्व-सहायता समूहों से जुड़ी 17 हजार बहनें चुनाव जीती हैं। श्योपुर की जिला पंचायत अध्यक्ष सुगुड्डी बाई महिला सशक्तिकरण का प्रत्यक्ष प्रमाण हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने आँगनवाड़ियों में वितरित होने वाले टेक होम राशन का कार्य महिला स्व-सहायता समूह को सौंपा था। पिछली सरकार ने यह कार्य उनसे लेकर पुन: ठेकेदारों को सौंप दिया था। अब राज्य सरकार ने ठेकेदारों से यह कार्य लेकर पुन: महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपा है।

महिलाओं के जीवन में आ रहा सकारात्मक बदलाव

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रभाव के परिणामस्वरूप लिंगानुपात प्रति एक हजार पर 912 से बढ़कर 976 हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आरंभ “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” अभियान और प्रधानमंत्री मातृ वंदना जैसी योजनाओं का प्रदेश में प्रभावी क्रियान्वयन जारी है, जिसके परिणामस्वरूप प्रदेश में बेटियाँ आगे बढ़ रही हैं और नित नई जिम्मेदारियाँ संभाल रही हैं। प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान कार्ड और उज्ज्वला योजना से लोगों के जीवन में बदलाव आ रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी का आगमन अभूतपूर्व पल
केन्द्रीय कृषि तथा किसान-कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने स्वागत उदबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गाँव, गरीब और किसान के जीवन स्तर में बदलाव लाने और भारत माता को परम वैभव के स्तर पर ले जाने के लिये प्रतिबद्ध हैं। प्रधानमंत्री मोदी गाँव, गरीब, किसान और अपनी बहनों से चर्चा करने श्योपुर कराहल पधारे हैं। यह क्षेत्र के लिये अभूतपूर्व पल है। मुख्यमंत्री चौहान ने श्योपुर क्षेत्र के लोगों के जीवन स्तर में बदलाव लाने के लिये जो गतिविधियाँ संचालित कीं उसके परिणामस्वरूप यह क्षेत्र कुपोषण से मुक्त होने की ओर अग्रसर है। केन्द्रीय मंत्री तोमर ने प्रधानमंत्री मोदी को जन्म-दिवस की शुभकामनाएँ दीं।

सुनीता ने कहा “अब हमने आजीविका एक्सप्रेस खरीद ली”

स्व-सहायता समूहों से जुड़ीं महिलाओं ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपनी सफलता की दास्तां साझा की। श्योपुर जिले के ग्राम गोरस की निवासी श्रीमती सुनीता आदिवासी का कहना था कि स्व-सहायता समूह से जुड़ने से पहले कई बार हमारे परिवार को भूखे पेट तक सोना पड़ा। लेकिन जैसे ही हम स्व-सहायता समूह से जुड़े हमारे परिवार के दिन फिर गए। हमने समूह से 70 हजार रूपए का ऋण लेकर आटा चक्की लगाई। इससे हमें अच्छी-खासी आमदनी होने लगी। हमने समूह का ऋण भी चुकता कर दिया। इसके बाद समूह से ही सहायता लेकर अपने खेत में ट्यूबवेल लगाकर उन्नत खेती की और ढ़ाई बीघा में अमरूद का बगीचा लगाया। खेती से अब हमें 3 से 4 लाख रूपए सालाना आमदनी हो रही है। सुनीता अपनी खुशी जाहिर करते हुए बोलीं कि अब हमने आजीविका एक्सप्रेस (चार पहिया गाड़ी) खरीद ली है। उनका कहना था कि समूह से जुड़ी हमारी साथी बहनों को भी अच्छी खासी आमदनी हो रही है। सुनीता का कहना था कि मेरे और मेरी साथी महिलाओं के सशक्तिकरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री मामा शिवराज सिंह चौहान का बड़ा योगदान है। वे भावुक होकर बोलीं कि सहरिया आदिवासी परिवार की महिलाओं को आज प्रधानमंत्री जी के समक्ष बोलने का मौका मिला। इससे मेरा और मेरे परिवार का जीवन धन्य हो गया।

अब हमारे पति को दूसरों की नौकरी नहीं करनी पड़ती
ग्राम कराहल के राधा स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती कलिया बाई कुशवाह ने भी अपनी एवं अपनी साथी महिलाओं के आत्म-निर्भर बनने की दास्तां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सुनाई। श्रीमती कलिया बाई का कहना था कि हमारे ग्राम संगठन से 40 स्व-सहायता समूह जुड़े हैं। इनसे संबंधित 300 महिलाओं को पहले मजदूरी के लिये जिले से बाहर जाना पड़ता था। वे महिलायें अब साल में एक से डेढ़ लाख रूपए तक घर बैठे कमा रही हैं। मेरे पति भी पहले दूसरों के यहाँ नौकरी करने जाते थे। उन्हें मजदूरी में मात्र 150 रूपए मिलते थे। स्व-सहायता समूह से जुड़ने के बाद हमने 20 हजार रूपए का लोन लेकर गोला बर्फ का ठेला लगाया और सिलाई मशीन खरीद ली। जिससे मेरे परिवार को 30 हजार रूपए की मासिक आमदनी होने लगी। इसके बाद हमने मछली पालन की ट्रेनिंग लेकर बड़े पैमाने पर मछली पालन शुरू किया। इससे हमें लाखों की आमदनी होती है। इस साल मुझे मछली पालन के लिये एक अमृत सरोवर भी मिल गया है। समूह से जुड़ने के बाद हमारे परिवार के भाग्य खुल गए हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने देखी स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्व-सहायता समूह सम्मेलन परिसर में लगाई गई समूहों के उत्पादों की प्रदर्शनी देखी। उन्होंने समूहों के उत्पादों की सराहना की और सदस्यों से चर्चा कर उनका उत्साहवर्धन किया। विभिन्न समूहों ने अपने उत्पाद भी प्रधानमंत्री को भेंट किए। प्रधानमंत्री ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि समूहों द्वारा दिए गए यह उपहार पूरे देश के लिये अनमोल हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने दी विश्वकर्मा जयंती की बधाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज विश्वकर्मा जयंती है। इस पुनीत अवसर पर स्व-सहायता समूह सम्मेलन का आयोजन एक सराहनीय पहल है। उन्होंने स्व-सहायता समूह सम्मेलन के मंच से सम्पूर्ण देशवासियों को विश्वकर्मा जयंती की बधाई और शुभकामनायें दीं। उन्होंने इस पावन दिवस पर मध्यप्रदेश में पर्यावरण की रक्षा के लिये 10 लाख पौधे रोपने का अभियान चलाने की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे पौधों में परमात्मा देखने वाले अपने देश को नई ऊर्जा मिलेगी।

समूह को चेक और अन्य सहायता वितरित की
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं अन्य अतिथियों ने स्व-सहायता समूह सम्मेलन में मारूति नंदन स्व-सहायता समूह से जुड़ी श्रीमती रामकन्या बाई को 10 लाख रूपए की सहायता का चेक प्रदान किया। साथ ही श्रीराम स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिला श्रीमती शीतल बैरवा को जल जीवन मिशन की नल-जल योजना का संधारण करने के लिये किट सौंपी।

इनकी रही मौजूदगी
कराहल में आयोजित हुए स्व-सहायता समूह सम्मेलन में सांसद खजुराहो एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी.डी. शर्मा, वन मंत्री कुँवर विजय शाह, राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुउषा ठाकुर, जनजाति एवं अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्रीमती मीना सिंह, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, के पी सिंह यादव व श्रीमती संध्या राय सहित सांसदगण, विधायकगण, पंचायत संस्थाओं के पदाधिकारी तथा जन-प्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में स्व-सहायता समूह सम्मेलन में शामिल होने आईं महिलायें मौजूद थीं।

कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों का किया ई-लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कराहल में महिला स्व-सहायता समूह सम्मेलन के मंच से शिवपुरी, मंडला, शहडोल और तामिया के विशेष पिछड़ी जनजाति समूह कौशल विकास प्रशिक्षण केन्द्रों का ई-लोकार्पण भी किया।

रंगीन परिधानों में सज-धजकर और लोक-नृत्य करते हुईं पहुँची जनजाति वर्ग की महिलाएँ
रंग-बिरंगे परिधानों में सजी-धजीं जन-जाति वर्ग की महिलाएँ जब अपने-अपने क्षेत्र की खूबियों से ओत-प्रोत लोक-नृत्य करती हुईं स्व-सहायता सम्मेलन की ओर बढ़ीं तो फिजा लोकरंगो से सराबोर हो गई। कराहल के मॉडल स्कूल परिसर में बने विशाल एवं भव्य पंडाल में हुए स्व-सहायता सम्मेलन में हाथों में तिरंगा थामे समूहों की दीदियों ने प्रवेश किया और भारत माता एवं प्रधानमंत्री जी के जयकारे लगाए। आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूहों से जुड़ने के बाद हुए आर्थिक सशक्तिकरण की झलक महिलाओं के चेहरे पर साफ झलक रही थी।