घर में जब होती शादी
आते दामाद या बहूरानी
काफी शोर होता
गाये जाने वाले मंगल गीतों का
किराए पर लिए गए बैंड बाजाओं का
महिलाओं की खनकती चूड़ियों का
फूफाओं – जीजाओं के रूठने का
भोज में प्रयोग होनेवाले बर्तनों का
मेह्मानों के आने-जाने का
इन शोर में कोई नहीं सुनता
शादी करनेवाले की सिसकियाँ
उनके स्वप्न के टूटने की कहानियां
जिद पूरा होने से परेशानियां
अधूरे विवाह की मनमानियां
आनंद मोहन मिश्र
विवेकानंद केंद्र विद्यालय यजाली
लोअर सुबनसिरी जनपद
अरुणाचल प्रदेश
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