एक राजकुमारी ने सुन रखी थी एक राजा की बड़ाई
राजा की परीक्षा लेने वह उस राजा के दरबार में आई
उस राजा का भाषण ज्ञान और गुणों से था भरा होता
कहावतों के माध्यम से मूल्यवान सबक था सिखाता।
कठिन पहेलियों को हल करने की थी अदभुत क्षमता
परीक्षा लेने, दो एक समान फूल ले, दिखाई अल्पज्ञता
उस फूल में एक पूर्ण असली तथा एक थे पूरे नकली
लोगों को संदेह था कि कैसे राजा हल करेगा पहेली?
राजा ने गौर से देखा, एक मधुमक्खी को फूल पर पाया
यह देखते ही राजा को उत्तर मिला तथा मन हरसाया।
बिना देर राजा ने असली तथा नकली कौन बतलाया।
संसाधनों के अध्ययन की सूक्ष्मता का रहस्य समझाया।
आनंद मोहन मिश्र
अरुणाचल प्रदेश
9436870174