लीब

जीज़स

तुम भोग-विलास के लिए 

नहीं जन्मे थे 

बल्कि किसी

और प्रयोजन के लिए

तुम्हें 

डराया गया

विभिन्न

 यातनाएं दी गईं 

तुम्हारे ऊपर 

लोगों ने 

पत्थर फेंका 

बेथलहम में

 तुम्हें दुष्चरित्र

घोषित किया गया 

प्रलोभ के चक्रव्यूह में

फंसाया गया

दुर्योधन और दु:शासन

तुम्हें खरीदना चाहते थे

लेकिन तुम बिके नहीं

लोग हार गए

तुम्हारे नाज़ायज संबंध

गैर औरतों से 

ख़ूब प्रचार- प्रसार किया गया

लेकिन 

तुम टूटे नहीं 

झुके नहीं 

क्योंकि

तुम आत्म विक्रेता नहीं थे 

तुम्हारे सामने 

बाज़ारवाद 

औंधा पड़ा था 

क्योंकि 

तुम्हारी मिट्टी अलग थी

तुम तो आए थे 

इस धरा पर 

सिर्फ़ और सिर्फ़

प्रेम का संदेश देने के लिए

मानवता की स्थापना के लिए

इसलिए 

हंसते-हंसते 

तुम सलीब पर चढ़ गए

सम्पूर्णानंद मिश्र

शिवपुर वाराणसी

7458994874