:: सांसद लालवानी ने की इन्दौर मेट्रो की प्रगति की समीक्षा ::
:: प्रबंध संचालक मनीष सिंह ने बैठक से पहले इन्दौर मेट्रो परियोजना का सघन निरीक्षण भी किया ::
इन्दौर । सांसद शंकर लालवानी ने शनिवार को इन्दौर मेट्रो की प्रगति की समीक्षा बैठक के बाद संतुष्ट नज़र आए। उन्होने कहा कि वर्तमान में मेट्रो का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है और मुख्यमंत्री द्वारा सितम्बर-2023 में ट्रायल रन की जो निर्धारित समय सीमा रखी गई है, उसे हम समयसीमा में पूर्ण करने में सफल होंगे। उम्मीद है सितम्बर के प्रथम सप्ताह में ही मेट्रो का ट्रायल रन शुरू हो जाएगा। उधर, मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध संचालक एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने समीक्षा बैठक के पहले मेट्रो प्रोजेक्ट का निरीक्षण भी किया।
बैठक में प्रबंध संचालक मनीष सिंह के साथ ही मेट्रो के निदेशक (परियोजना) अजय शर्मा, निदेशक (सिस्टम) शोभित टंडन, महाप्रबंधक (सिविल) के.सी. चौहान, महाप्रबंधक मनीष गंगारेकर सहित कॉरपोरेशन के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी, जनरल कंसलटेंट के अधिकारी तथा कॉन्ट्रैक्टर्स के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। प्रबंध संचालक ने अधिकारियों को निर्माण कार्य को द्रुत गति में लाने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। साथ ही किसी प्रकार की समस्या को अविलम्ब उनके संज्ञान में लाने की बात भी कहीं। समीक्षा बैठक में सांसद शंकर लालवानी को प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रबंध संचालक मनीष सिंह ने निर्माणाधीन मेट्रो रेल परियोजना की अद्यतन प्रगति से अवगत कराया। प्रबंध संचालक ने बताया कि मेट्रो के लिए निर्माण सामग्रियों के आपूर्ति के लिए अधिकारियों द्वारा फैक्टरी विज़िट कर गुणवत्ता सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिये गये। बैठक में सांसद ने निर्माण कार्य की प्रगति के लिए बार चार्ट तैयार करने का निर्देश दिए। साथ ही प्रायोरिटी कॉरिडोर के निर्माण एवं चुनौतियों से भी अवगत हुए। उन्होंने प्रोजेक्ट के सिस्टम एवं सिविल वर्क के समानांतर संचालन के भी निर्देश दिए। प्रबंध संचालक ने सांसद को सभी स्टेशनों के मॉडल से भी अवगत कराया। सांसद ने मॉडल को अत्यधिक आकर्षक बनाये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने स्टेशनों पर आमजन के लिए सुगम जानकारी तथा जागरूकता के लिए समुचित प्रचार सामग्रियों के विषय पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिये। बैठक में सुपर कॉरिडोर के आगे के डिजाइन और ड्राईंग को भी जल्द ही अंतिम रूप दिये जाने का निर्देश दिए, ताकि निर्माण कार्य अविलंब जारी रहे। बैठक में भी सांसद द्वारा कार्यों की प्रगति को लेकर संतुष्टि जाहिर की गई।
:: प्रबंध संचालक ने इन्दौर मेट्रो परियोजना का सघन निरीक्षण भी किया ::
बैठक से पहले शनिवार सुबह मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध संचालक मनीष सिंह ने मेट्रो के वरिष्ठ अधिकारियों एवं कान्ट्रैक्टर के साथ इन्दौर मेट्रो प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान प्रबंध संचालक ने गाँधी नगर मेट्रो डिपो में निर्माणाधीन इंस्पेक्शन वे स्टेब्लिंग लाइन, ऑक्जिलरी सब स्टेशन 1 व 2, रिसीविंग सब स्टेशन, ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर आउट वे रैम्प आदि समेत कई निर्माण कार्यों की प्रगति का अवलोकन किया तथा निर्माणाधीन कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने के निर्देश दिये।
:: पीयर आर्म के कार्य 15 मार्च तथा ट्रैक के गर्डर के कार्य मई में पूर्ण करने के निर्देश ::
प्रबंध संचालक ने सभी प्रकार के निर्माण कार्यों को गति देने के लिए अधिकारियों एवं कॉन्ट्रैक्टरों को श्रमिकों, मानव संसाधनों एवं वाहनों को समुचित संख्या मे बढ़ाने के निर्देश दिए। जिससे दिन-रात निर्माण कार्य को और गति मिले। गाँधी नगर स्टेशन के निर्माण कार्यों का जायजा लेने के बाद मनीष सिंह ने स्टेशन निर्माण की प्रगति पर संतोष जताया। साथ ही निर्देश दिए गए कि पीयर आर्म के कार्य 15 मार्च, 2023 तथा ट्रैक के लिए आई तथा पाई-गर्डर के कार्य मई माह में पूर्ण हो जाने चाहिए। प्रबंध संचालक सिंह द्वारा संबंधित अधिकारियों यह भी निर्देश दिए की जियो मैपिंग तथा बची हुई ड्रॉइंग भी जल्द पूरी हो जानी चाहिए।
प्रबंध संचालक को अधिकारियों द्वारा अवगत करवाया गया की मेट्रो कोचेस बनाने का कार्य प्रगति पर चल रहा है, इस पर प्रबंध संचालक ने अधिकारियों को वहाँ जाकर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। सिंह ने बताया कि वे स्वंय भी निरीक्षण के लिए जाएंगे। प्रबंध संचालक ने आर.वी.एन.एल. कास्टिंग यार्ड में चल रहे निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होने क्रेन की संख्या बढ़ाकर कार्य में तेजी लाने के भी निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान मेट्रो के निदेशक (परियोजना) अजय शर्मा, निदेशक (सिस्टम) शोभित टंडन, महाप्रबंधक (सिविल) के.सी. चौहान, महाप्रबंधक मनीष गंगारेकर आदि उनके साथ नज़र आए। प्रबंध संचालक ने अधिकारियों को निर्माण कार्य को द्रुत गति में लाने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए। साथ ही किसी प्रकार की समस्या को अविलम्ब उनके संज्ञान में लाने की बात भी कही।