सब-वैरिएंट एक्सबीबी.1.16 कोरोना बढ़ने की वजह हो सकता है: वैज्ञा‎निक

नई दिल्ली । कोरोना काल से उबरकर लोग नए सिरे से अपनी जिंदगी जीने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन एक बार फिर ‎चिंता बढ़ने लगी है। एक हफ्ते से मामलों में इजाफा फिर होने लगा है। सार्स-कोव2 वैरिएंट पर नजर रखने वाले अंतरराष्ट्रीय और भारतीय साइंटिस्टों का कहना है कि भारत में कोविड के मामले बढ़ने की वजह एक्सबीबी.1 परिवार का कोई वंशज हो सकता है। जी हां, ऐसा ही एक सब-वैरिएंट है एक्सबीबी .1.16 जो हाल में कोरोना बढ़ने की वजह हो सकता है। कोविड-वैरिएंट ट्रैकिंग के एक इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म के मुताबिक इस सब-वैरिएंट की सिक्वेंसिंग के भारत में सबसे ज्यादा 48, ब्रुनेई में 22, अमेरिका में 15 और सिंगापुर में 14 मामले आए हैं। इनफ्लूएंजा के चलते पहले से ही लोग बुखार-जुकाम के मामले बढ़ने पर मास्क पहनने लगे थे। डॉक्टर कह रहे थे कि इस फ्लू के लक्षण भी कोरोना जैसे ही हैं तो सतर्कता भी उसी तरह अपनानी होगी। हालांकि अब कोरोना फिर से फैलने लगा है।
कोवस्पेक्ट्रम के मुताबिक भारत में एक्सबीबी.1.16 महाराष्ट्र और गुजरात में तेजी से फैल रहा है। यह प्लेटफॉर्म डेटा इकट्ठा करके कोरोना के वैरिएंट की पहचान करने में साइंटिस्टों की मदद करता है। इस ट्रैकर के मुताबिक सब-वैरिएंट के कुल सिक्वेंसिंग सैंपल महाराष्ट्र से 39, गुजरात से 8 और यूपी से एक मिले हैं। सरकार की तरफ से जीनोम सिक्वेंसिंग और वायरस के वैरिएशन पर नजर रखने वाले फोरम ने अपने पोर्टल पर अभी इस सब-वैरिएंट के डेटा को अपलोड नहीं किया है। भारत के जीनोम सिक्वेंसिंग नेटवर्क के एक ‎विशेषज्ञ ने बताया ‎कि एक्सबीबी .1.16 सब-वेरिएंट एक्सबीबी.1.5 के परिवार का नहीं है लेकिन दोनों एक्सबीबी फैमिली से ही ताल्लुक रखते हैं और एक्सबीबी.1 सबसे नया सदस्य है। एक्सबीबी भारत में फैल रहा है और हाल में जो कोरोना के मामले बढ़े हैं, उसकी वजह एक्सबीबी .1.16 और शायद एक्सबीबी .1.5 हो सकता है। हालांकि स्पष्ट तस्वीर सामने लाने के लिए कुछ और सैंपल की जरूरत होगी।