बारबाडोस । भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले एकदिवसीय क्रिकेट मुकाबले में युवाओं को अवसर देने के अपने फैसले का बचाव किया है। भारतीय टीम ने इस मैच में मेजबान टीम को पांच विकेट से हराया। इस मैच में भारतीय स्पिनर छाये रहे और उन्होंने 15 में से 10 विकेट लिए। इस पिच पर काफी उछाल भी दर्ज की गयी।
रोहित ने कहा, ‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि पिच इस तरह का व्यवहार करेगी, टीम की जरूरत थी कि पहले गेंदबाजी की जाए। पिच में तेज गेंदबाजों और स्पिनरों के लिए सब कुछ था, हमारे खिलाड़ियों ने उन्हें कम स्कोर तक सीमित रखकर अच्छा प्रदर्शन किया।’ रोहित स्वयं सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए।
वहीं सूर्यकुमार यादव को पहले खेलने का मौका देने के अपने फैसले पर रोहित ने कहा, , ‘हम एकदिवसीय के लिए आए खिलाड़ियों को खेलने का समय देना चाहते थे, जब भी संभव होगा हम इन चीजों को आजमाते रहेंगे। उन्हें 115 रन तक सीमित रखने के बाद हम जानते थे कि हम इन खिलाड़ियों को आजमा सकते हैं और उन्हें मौका दे सकते हैं।’
सूर्यकुमार को नंबर तीन पर और हार्दिक पंड्या को नंबर चार पर भेजने के कदम का बचाव करते हुए रोहित ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि उन्हें इस तरह के ज्यादा अवसर मिलेंगे।’ उन्होंने डेब्यू कर रहे तेज गेंदबाज मुकेश कुमार की भी प्रशंसा की, जिन्होंने अपने पहले ही टेस्ट मैच में सभी को प्रभावित किया था। रोहित ने कहा, ‘मुकेश ने अच्छी गेंदबाजी की। वह गेंद को अच्छी गति से स्विंग करा सकते हैं। घरेलू क्रिकेट में मैंने उन्हें ज्यादा नहीं देखा है। हालात चाहे जो भी हों, हमें उन्हें रोकने के लिए सही एरिया में गेंदबाजी करने की जरूरत है और मुझे लगा कि हमारे गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। ईशान किशन ने भी अच्छी बल्लेबाजी की। ’
इस मैच में चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव ने सिर्फ छह रन देकर चार जबकि बाएं हाथ के ही स्पिनर जडेजा ने 37 रन देकर तीन विकेट लिए। इससे वेस्टइंडीज की टीम 23 ओवर में ही 114 रन पर आउट हो गयी। शार्दुल ठाकुर ने 14 रन पर एक विकेट, हार्दिक पंड्या ने 17 रन पर एक विकेट और मुकेश कुमार ने 22 रन पर एक विकेट लिया। इसके बाद भारतीय टीम ने ईशान के 46 गेंद में 52 रनों की सहायता से 22.5 ओवर में ही पांच विकेट पर 118 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया। वहीं मेजबान वेस्टइंडीज के कप्तान शे होप ने स्वीकार किया कि उनकी टीम उस तरह नहीं खेली जिस तरह से खेलना चाहिए था।