-भाजपा नेता की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजली, कांग्रेस पर लगाया बाधा डालने का आरोप
अलीगढ़। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि श्रद्धेय कल्याण सिंह ने राम मंदिर के लिए अपनी कुर्सी का त्याग कर दिया था। उन्होंने सोमवार को दिवंगत भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को उनकी दूसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की। गौरतलब है कि उन्हें अक्सर राज्य में सबसे प्रमुख हिंदुत्व समर्थक ओबीसी चेहरे के रूप में देखा जाता है। कल्याण सिंह का 2021 में निधन हो गया था। भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री के सम्मान में अलीगढ़ में हिंदू गौरव दिवस का आयोजन किया। इस दौरान एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए, अमित शाह ने अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा उठाया और कहा कि कल्याण सिंह ने राम मंदिर के लिए अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी का बलिदान दिया। अमित शाह ने कहा कि मैं हमारे वरिष्ठ भाजपा नेता, राम भक्त और उत्तर प्रदेश में पिछड़ों के उत्थान के लिए काम शुरू करने वाले कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए दिल्ली से यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राम मंदिर निर्माण रोकने की कोशिश की। कल्याण सिंह ने राम मंदिर के लिए कुर्सी का त्याग कर दिया। बिना एक बूंद खून बहाए राम मंदिर का निर्माण हो रहा है।
अमित शाह ने इस दौरान कहा कि आज हमें खुशी है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2024 की शुरुआत में 550 साल बाद भगवान राम अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। उस दिन दुनिया भर के रामभक्तों में संतोष का भाव होगा। अमित शाह ने कहा कि मैं कोरोना के कारण अस्पताल में था, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम मंदिर का शिलान्यास किया। मैंने उस दिन बाबू जी को फोन किया तो उन्होंने कहा था, आज मेरा जीवन धन्य हो गया, मेरे जीवन का लक्ष्य आज पूरा हो गया। शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने गरीब कल्याण के क्षेत्र में करोड़ों गरीबों के घर में गैस का चूल्हा, बिजली, शौचालय, स्वास्थ्य की सेवाएं, 5 किलो अनाज जैसी सुविधाएं देकर गरीब कल्याण के काम को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि शुरूआत बाबू जी करके गए थे और मोदी जी ने आज समग्र पिछड़ा समाज के उत्थान के लिए 9 साल के अंदर ढेर सारे काम किए हैं।