नई दिल्ली (ईएमएस)। छत्तीसगढ़ के दौरे पर पहुंचे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पंजाब के कांग्रेस विधायक खैरा की गिरफ्तारी के बारे में कहा है कि अगर कोई अन्याय करता है तो वह ज्यादा दिन तक नहीं टिकता है। अगर कोई हमारे साथ अन्याय करेगा, तो हम अन्याय सहने वालों में से नहीं हैं।
खैरा की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के प्रमुख सुखपाल सिंह खैरा जी की गिरफ्तारी- सत्ता के दुरुपयोग और प्रतिशोध का एक सबूत है। अन्याय के खिलाफ उनकी बुलंद आवाज़ को दबाने की इस ओछी साजिश के ख़िलाफ़ उनके साथ पूरा कांग्रेस परिवार खड़ा है। हम झुकने को तैयार नहीं हैं, रुकने को तैयार नहीं हैं। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने खैरा की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि यह बदले की कार्रवाई है। सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘किसान कांग्रेस के अध्यक्ष सुखपाल सिंह खैरा जी की गिरफ्तारी पंजाब सरकार की बदले की राजनीति का प्रमाण है। आम आदमी पार्टी की सरकार का यह कदम विपक्ष की आवाज़ को दबाने की कोशिश है। यह सर्वथा ग़लत है। उन्होंने कहा, ‘‘हम सब सुखपाल जी के साथ हैं।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने खैरा की गिरफ्तारी की कड़ी निंदा की। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में वडिंग ने कहा, ‘‘विधायक सुखपाल खैरा जी की गिरफ्तारी से राजनीतिक प्रतिशोध की बू आ रही है। यह विपक्ष को डराने का एक प्रयास है और मूल मुद्दों से (लोगों का) ध्यान भटकाने के लिए पंजाब में आप सरकार की एक चाल है। हम सुखपाल खैरा के साथ खड़े हैं और इस लड़ाई को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाएंगे।
बाजवा ने कहा, ‘‘वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुखपाल खैरा की गिरफ्तारी बेहद निंदनीय है। पंजाब में आप सरकार काफी नीचे गिर गई है और प्रतिशोध की राजनीति कर रही है। सुखपाल सिंह खैरा मुखर रहे हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान की सरकार द्वारा किए गए गलत कार्यों और अनियमितताओं के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने कहा, ‘‘कानून के दायरे में रहते हुए पंजाब कांग्रेस उन्हें रिहा कराने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
पंजाब में आम आदमी पार्टी के नेता मालविंदर सिंह कंग ने खैरा की गिरफ्तारी के संबंध में राजनीतिक प्रतिशोध के कांग्रेस के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि यह कार्रवाई कानून के मुताबिक की गई है।