मंत्री पद संभालते ही कैलाश विजयवर्गीय ने अधिकारियों पर झाड़ा रौब

-कार्यकर्ताओं से ‎मिलकर जानी योजनाओं की जमीनीं हकीकत, दी सलाह
इंदौर । कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पद संभालते ही अ‎धिका‎रियों पर रौब झाड़ना शुरू कर ‎दिया है। वह एक बार फिर से अधिकारियों को अपने निशाने पर लेते नजर आए हैं। शुक्रवार को इंदौर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर आयोजित एक कार्यक्रम में कैलाश विजयवर्गी कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए। कार्यकर्ताओं से चर्चा के दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने तमाम बातें कहीं लेकिन उनका अधिकारियों पर निशाना साफ तौर पर नजर आया। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अगर कार्यकर्ता अधिकारियों के भरोसे रहते हैं, तो योजना का बंटाधार हो जाता है। कैलाश विजयवर्गी के कहने का मतलब था कि अधिकारी सरकार की योजनाओं को ठीक से क्रियान्वित नहीं करते हैं यानी अधिकारी योजनाओं को लेकर लापरवाही करते हैं।साथ ही उन पर गंभीरता से काम नहीं करते हैं। विजयवर्गीय ने आगे कहा मुझे गर्व हो रहा है यह कहते हुए कि अभी मैं एक नंबर विधानसभा के कार्यकर्ताओं की बैठक ले रहा था, जहां कार्यकर्ताओं ने मुझसे कहा कि आजकल अधिकारियों का रवैया बदल गया है। मैंने पूछा क्यों, तो कार्यकर्ताओं ने कहा कि आजकल नमस्ते करने लगे हैं और चाय भी पिला रहे हैं।
उन्होंने कहा ‎कि मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव को धन्यवाद देता हूं कि गुना की घटना होने के बाद प्राथमिक तौर पर लापरवाही और दोष पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की गई। सरकार ऐसे ही चलती है जिस तरह मोहन यादव ने शुरुआत की है। कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने आगे कहा कि जीत का श्रेय इंदौर की जनता को जाता है, जो वर्ग पहले हमें वोट नहीं देते थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गरीब कल्याण की योजनाओं के कारण उन वर्गों का भी हमें बढ़-चढ़कर वोट प्राप्त हुआ है। विजयवर्गीय ने कहा कि हमें जो सफलता विधानसभा चुनाव में मिली है, उसे हमें आगे भी कायम रखना है। अब सभी कार्यकर्ताओं के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी आई है, तो इंदौर की जनता को हमसे बड़ी उम्मीद है।
‎विजयवर्गीय ने कहा ‎कि हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चलाई जा रही गरीब कल्याण की योजनाओं को विकसित भारत संकल्प यात्रा के माध्यम से सभी हितग्राहियों तक पहुंचाने का कार्य करना है और यह ध्यान रखना है कि इंदौर में कोई भी गरीब ऐसा ना हो जिसे योजना का लाभ न मिले। हमें घर-घर जाकर योजनाओं का प्रचार प्रसार करना है। सरकार बनते ही मुख्यमंत्री एक्शन ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब हमें इंदौर को स्वच्छता के साथ ही स्वास्थ्य और शिक्षा में भी नंबर वन बनाना है और इंदौर को एजुकेशन, मेडिकल हब बनाना है।