चेन्नई । जहां भारत भर में कई हस्तियां अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा से खुश हैं, वहीं साउथ-हिंदी सिनेमा के सुपरस्टार कमल हासन नाखुश नजर आए। उन्होंने राम मंदिर पर घुमा फिराकर जवाब दिया है। जिसके कारण सोशल मीडिया पर जमकर प्रतिक्रियाओं का दौर चल गया है। चेन्नई में मीडिया से बात करते हुए कमल हासन से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर अपना रिएक्शन दिया। इस दौरान कमल ने सीधा जवाब देने की बजाय कहा कि उनकी वही राय है जो 30 साल पहले थी। अपने बयान में उन्होंने अपने उस बयान को याद किया जो उन्होंने 6 दिसंबर, 1992 को बाबरी मस्जिद को ध्वस्त किए जाने पर दिया था। कमल हासन ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा पर अपना रिएक्शन देते हुए कहा कि मेरा जवाब आज भी वैसा ही है, जैसा 30 साल पहले था। उन्होंने कहा,’किसी को भी बाबरी मस्जिद को नष्ट करने का अधिकार नहीं था। यह मेरी इमारत थी जैसे तंजौर मंदिर और वेलंकन्नी चर्च मेरी हैं।’ हालांकि अभिनेता ने राम मंदिर उद्घाटन को लेकर कोई सीधी राय नहीं दी, लेकिन उनका इशारा धार्मिक मतभेदों में यकीन नहीं रखने का दिखा।
गौरतलब है कि 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद को लेकर हुए बड़े दंगे के बाद कमल हासन ने बयान दिया था कि राम मंदिर हो या बाबर मस्जिद, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि वह बिना किसी धार्मिक मतभेद वाली विचारधारा वाले लोगों में विश्वास करते हैं। कमल उन कुछ मशहूर हस्तियों में से एक थे जिन्होंने बाबरी मस्जिद के विध्वंस के तुरंत बाद अपनी प्रतिक्रिया दी थी। बता दें कि 2020 में जब सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत बाबरी मस्जिद विध्वंस के सभी आरोपियों को बरी कर दिया तो कमल हासन ने एक रहस्यमयी ट्वीट किया, ‘क्या न्याय के समक्ष ठोस सबूत और मजबूत दलीलें पेश नहीं करना अभियोजन पक्ष की गैरजिम्मेदारी है? या यह एक सुनियोजित कार्यवाही है? भारतीयों की न्याय की उम्मीद व्यर्थ नहीं जानी चाहिए।’