नई दिल्ली । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राजधानी के गोविंदपुरी इलाके में लोगों से पानी के बढ़े हुए बिल के मुद्दे पर चर्चा की। इसके बाद उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए हम स्कीम लेकर आए हैं, जिसके तहत जिनके भी पुराने बिल गलत आ रहे हैं, उसको ठीक किया जाएगा। जिन लोगों के पुराने 5 साल के दो ओके रीडिंग है, उसे ऑटोमेटिक कंप्यूटर में डालकर उसका एवरेज निकाला जाएगा। सभी महीनों की उसके हिसाब से कैलकुलेशन किया जाएगा। इसमें जिसका भी बिल 20 हजार से कम होगा, उसको जीरो कर देंगे।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि इस बारे में उनकी कई लोगों से मुलाकात हुई, बहुत सारे लोगों के पानी के बिल गलत आ रहे हैं। छोटे-छोटे 50 गज के मकान के बिल 40 हजार, 1 लाख, सवा लाख तक आ रहे हैं।
केजरीवाल ने कहा कि कोरोना काल से ये समस्या शुरू हुई है। करोना के समय कई महीनों तक मीटर रीडिंग नहीं हुई। उन्होंने दफ्तर में बैठकर ही फर्जी मीटर रीडिंग भर दी, जिससे लोगों के बिल गलत आ रहे हैं। जनता ने बिल नहीं भरे तो उसे इस पर ब्याज लगता रहा, और ये बिल लाखों में पहुंच गया।
सीएम ने कहा कि दिल्ली में लगभग 11 लाख परिवारों को गलत बिल आ रहा है। इतनी संख्या में लोगों के बिल ठीक नहीं किए जा सकते, अगर ठीक करेंगे तो 80 साल लग जाएंगे। हमारा मानना है कि 90 से 95%, जिन लोगों के गलत बिल हैं, उनका बिल जीरो हो जाएगा। लोग जल बोर्ड के चक्कर काट रहे हैं। जल बोर्ड में रिश्वत दे दो, तो बिल ठीक हो जाता है नहीं तो नहीं होता है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जिन लोगों के बिल गलत आ रहे हैं, उनको भरने की जरूरत नहीं है, फाड़कर बिल फेंक दो, मैं ठीक करा दुंगा। स्कीम के तहत 95% लोगों के बिल जीरो हो जाएंगे, लेकिन बीजेपी वालों ने एलजी को कहकर ये स्कीम रुकवा दी है। उन्होंने कहा कि ये जनता के हित की स्कीम है, बीजेपी को ये नहीं करना चाहिए, आपको केजरीवाल से दुश्मनी है, लेकिन जनता से क्यों दुश्मनी निकाल रहे हैं।
सीएम ने कहा कि मैं आप लोगों का साथ मांगने आया हूं, आप मेरा साथ दीजिए। ये स्कीम मैं लागू करवा कर छोडूंगा, चाहे इसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े, चाहे भूख हड़ताल पर बैठना पड़े। एलजी से जैसे और काम करवा दिए, ये वाला काम भी कर के छोडूंगा।