इन्दौर एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश में आज भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर एवं एमएसएमई विकास एवं सुविधा कार्यालय भारत सरकार के संयुक्त तत्वावधान में एमएसएमई मंत्रालय भारत सरकार की डिजाइन स्कीम पर एक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसमे प्रमुख वक्ता प्रो. किर्ती त्रिवेदी, प्रतिष्ठित अतिथि प्रोफेसर आईआईटी इंदौर ने एमएसएमई मंत्रालय की डिजाइन योजना की अपने दीर्घ अनुभवों एवं डिजाईन के क्षेत्र में किये गये विभिन्न इनोवेटिव कार्यों सहित एमएसएमई उद्योगों को मिलने वाले लाभ आदि की जानकारी पावर पाईट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से उद्योगपतियों को प्रदान की। किर्ती त्रिवेदी ने बताया कि इस कंपोनेंट का उद्देश्य भारतीय निर्माणी क्षेत्र की डिजाइन विशेषज्ञता एवं डिजाइन विशेषज्ञों को साझा एक मंच पर लाना है। इसका उद्येश्य नए उत्पाद विकास, उनमें निरंतर सुधार और मौजूदा व नये उत्पादों के मूल्यवर्धन के लिए डिजाइन समस्याओं पर रियल टाइम विशेषज्ञ सलाह तथा लागत प्रभावी समाधान प्रदान करना है। स्वागत भाषण में अध्यक्ष योगेश मेहता ने कहा कि भारत सरकार एमएसएमई मंत्रालय की डिजाइन योजना निर्माणी क्षेत्र के डिजाइन एवं इनोवेशन उद्येश्यों में मददगार है इसका अधिक से अधिक इकाईयों को लाभ लेना चाहिए। आर. स्वामीनाथन, फेकल्टी प्रोफेसर आईआईटी, इंदौर ने बताया कि भारत सरकार की इस योजनान्तर्गत एमएसएमई उद्योगों को सुविधा प्रदान करना, नई डिजाइन नीतियां विकसित करने के लिए हस्तक्षेप और परामर्श देना है। साथ ही वित्तीय सहायता के तहत किसी भी एमएसएमई के लिए अनुमोदित डिजाइन परियोजनाओं के लिए 75 प्रतिशत (सूक्ष्म) और 60 प्रतिशत (लघु और मध्यम) कुल परियोजना लागत में भारत सरकार द्वारा अधिकतम रु. 40 लाख तक का योगदान किया जाएगा और शेष परियोजना लागत उद्योगों द्वारा वहन की जाएगी और कार्यान्वयन एजेंसी को जमा की जाएगी। कोई भी एमएसएमई इकाई इस योजना में कार्यान्वयन एजेन्सी को अपना प्रस्ताव जमा करवा सकता है, भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान इस योजना में एक इम्प्लीमेंटींग एजेन्सी है। कार्यशाला में प्रकाश जैन, तरूण व्यास, प्रमोद डफरिया, अनील पालीवाल, हेमेन्द्र बोकाडिया, गिरीश पंजाबी, जे पी नागपाल, जितीन शादिजा सहित आइआइटी के राजीव पांडेय एमएसएमई विकास कार्यालय से सहायक निदेशक गौरव गोयल और अन्य उद्योपगतिगण उपस्थित रहे। आभार मानद सचिव तरूण व्यास ने मानते हुए कहा कि इच्छुक उद्योगपति अधिक जानकारी एवं सहायता के लिए आइआइटी इंदौर से सम्पर्क कर सकते है।